रामलीला मैदान निरीक्षण के दौरान मौक़े पर लगा डाली “कुसुम-कुंज” की क्लास
इस साल चक्रधर समारोह के आयोजन को लेकर रामलीला मैदान का वेन्यू फ़ाईनल कर दिया गया है, तकनीकी टीम के साथ शुक्रवार को कलेक्टर साहब रामलीला मैदान पहुंच गये, मौक़े पर रामलीला मैदान का गहन निरीक्षण किय, चक्रधर समारोह की ज़रूरत के हिसाब से पंडाल सहित तमाम दूसरी व्यवस्थाओं के लिए निर्देश देने के बाद कलेक्टर साब गौशाला की तरफ़ निकले, सामने ही कुसुम कुंज यानि मंगलम विवाह घर दिखाई दे गया, कलेक्टर साब ने बिना मिनट की देरी किये पूछ ही लिया कि “इस विवाह घर के लिए निर्धारित पार्किंग कहां है, पता चला कि यहां तो शुरू से ही पार्किंग नहीं है, इसलिए आयोजनों के दौरान सभी गाड़ियां सड़क में खड़ी की जाती हैं, जिससे यातायात व्यवस्था में काफी व्यवधान भी होता आया है। कलेक्टर साब के मूड को देखते हुए मंगलम विवाह घर की तरफ़ से ये जवाब दिया गया है कि अब यहां शादियों या पार्टियों की बुकिंग नहीं ली जाती।”
अब मंगलम् विवाह घर प्रबंधन के जवाब से कलेक्टर साब कहां तक संतुष्ट हो पाये, ये तो पता नहीं, लेकिन रायगढ़ शहर के बारे में जो भी शख़्स थोड़ी सी भी जानकारी रखता है, उसे ये अच्छी तरह पता है कि बड़े बड़े होटल, लाज, शादी-घर, बैंक सहित व्यावसायिक उपयोग के भवनों परिसरों में पार्किंग की जगह है ही नहीं, यहां आने वाली सभी गाड़ियां सड़कों में खड़ी करके यातायात व्यवस्था को बाधित किया जाता है, निगम प्रशासन और शहर के निर्वाचित जनप्रतिनिधि मिलकर ऐसे भवनों और परिसरों को बिना पार्किंग संचालन की छूट देते आ रहे हैं। मंगलम् तो है ही, रेडक्वीन, अंस, रामबाग, ईडन गार्डन, जलसा में निजी पार्किंग व्यवस्था टोटल प्रोजेक्ट एरिया के अनुपात में नहीं के बराबर है।
तो क्या कुसुम कुंज मंगलम् के बहाने ही सही अब कलेक्टर साब पार्किंग विहीन संस्थानों की स्कैनिंग के लिए निगम की टीम को काम पर लगायेंगे।