मेघा की क़ामयाबी से गौरवान्वित हुआ पांडेय-तिवारी परिवार के साथ रायगढ़ अंचल
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से संचालित अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के 5वें दीक्षांत समारोह में जिले का नाम एक बार फिर से गौरवान्वित हुआ है, पुसौर निवासी मेघा तिवारी पाण्डेय ने एमकॉम में यूनिवर्सिटी टॉप करते हुए ‘स्वर्ण पदक’ हासिल किया है। बीते शनिवार को अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय का 5वां दीक्षांत समारोह हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस गौरवशाली अवसर पर भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रशांत मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, यूनिवर्सिटी की तरफ से उन्होंने मेघा को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। समारोह में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी इस ऐतिहासिक अवसर पर शिरक़त की।
दीक्षांत समारोह के दौरान 64 विषयों में 92 गोल्ड मेडल, 48 पीएचडी उपाधि, और 35 हजार 291 विद्यार्थियों को विभिन्न उपाधियां प्रदान की गईं। समारोह में बेटियों का जलवा ख़ास तौर पर देखने को मिला। 164 छात्राओं ने टॉप-10 में स्थान बनाकर अपनी कड़ी मेहनत और लगन का प्रमाण दिया। इनमें से रायगढ़ की होनहार बहू मेघा तिवारी पाण्डेय ने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अद्वितीय सफलता का परचम लहराया। मेघा को एमकॉम में यूनिवर्सिटी टॉप करने के लिए न्यायमूर्ति प्रशांत मिश्रा द्वारा स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।
मेघा तिवारी पाण्डेय रायगढ़ के पुसौर निवासी वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिलीप पाण्डेय और सेवानिवृत्त लेक्चरर पूर्णिमा पाण्डेय की बहू हैं। शादी के बाद भी कोरबा के श्री अग्रसेन कन्या महाविद्यालय से पढ़ाई करने वाली मेघा ने अपनी मेहनत और संकल्प के बल पर यह प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त किया। उनकी इस स्वर्णिम उपलब्धि से पिता युगल किशोर तिवारी और मां मीरा तिवारी को भी ख़ूब ख़ुशी हुई है,जो कि स्वाभाविक भी है। मेघा ने ना केवल अपने मायके और ससुराल का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे रायगढ़ जिले को भी गौरव का अहसास कराया है। मेघा ने अपनी प्राथमिक शिक्षा कोरबा से प्राप्त की और उच्च शिक्षा के दौरान भी लगातार अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहीं।
गोल्डन गर्ल मेघा अब आगे पीएचडी करना चाहती हैं और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने की अभिलाषा रखती हैं। मेघा के पति आशुतोष पाण्डेय ने बताया कि मेघा की स्वर्णिम सफलता ने पाण्डेय परिवार में खुशियों की बौछार कर दी है। अपनी मेहनत और समर्पण से उन्होंने न केवल अपने मायके और ससुराल का नाम रोशन किया है बल्कि पूरे रायगढ़ जिले का गौरव बढ़ाया है। माता-पिता, परिजनों और इष्ट मित्रों के अलावा स्थानीय शुभचिंतक भी मेघा को बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं।