डेंगू कंट्रोल रूम का आपातकालीन नंबर 9893362364 जारी
डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएमएचओ डॉ.बी.के.चंद्रवंशी ने सोमवार को भगवानपुर रोड स्थित अपने कार्यालय के आरोग्यम् सभाकक्ष में शहरी क्षेत्र के सभी निजी अस्पताल प्रबंधकों की बैठक ली, बैठक में सीएमएचओ डॉ.चंद्रवंशी ने निजी चिकित्सालयों/ पैथॉलाजी लैब के प्रभारियों को कहा कि डेंगू नियंत्रण के तहत विशेष रूप से रेपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट की जांच के बाद पाज़ीटिव पाये जाने पर पुष्टिकरण हेतु 5 एमएल एवं 1 एमएल सीरम सैंपल मेडिकल कालेज अस्पताल अनिवार्य रूप से भेजा जाना है, जहां से पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग घोषणा करेगा कि संबंधित मरीज़ में डेंगू पॉज़ीटिव पाया गया है, कोई भी पैथालॉजी लैब/ निजी चिकित्सालय रेपिड डायग्नोस्टिक के आधार पर डेंगू पाज़ीटिव मरीज़ की घोषणा नहीं करेंगे, उन्होंने समस्त पैथॉलाजी लैब / निजी चिकित्सालयों बालाजी अस्पताल, अशर्फी देवी अस्पताल, डॉ. आर.एल हास्पिटल,डॉ आर.पटेल पैथॉलाजी, संजीवनी हॅास्पिटल, ग्लोबल हॉस्पिटल, अनुपम डायग्नोस्टिक, आरोग्यम्, श्री सिद्वी विनायक हॉस्पिटल, श्री बालाजी मेट्रो हॅास्पिटल, जे.एम.जे हास्पिटल, रायगढ़ हॉस्पिटल, हाई टेक पैथॉलाजी, सिटी पैथॉलाजी, गुरूदेव हास्पिटल, ओ.पी.जिंदल हास्पिटल ,अंकुर हॉस्पिटल, कान्हा हॉस्पिटल, गंगा नर्सिंग होम, अपेक्स हॉस्पिटल से कहा कि जिन- जिन मरीज़ों का अपने निजी पैथालॉजी में जांच करते हैं, तो उनका पूरा पता और विवरण, मोबाइल नंबर के साथ दर्ज़ करते हुए रेफ़रल स्लीप के साथ मेडिकल कालेज को रिसीव करें, ताकि कान्टेक्ट ट्रेसिंग से दूसरे मरीज़ों की हिस्ट्री पता करने में दिक्क़त न हो। सभी निजी चिकित्सालय में से जिले के अंतर्गत बड़े निजी चिकित्सालयों में मरीज़ों की भर्ती के लिए पर्याप्त व्यवस्था के रूप में डेंगू मरीज़ों की बेड मच्छरदानी लगवायें और उनका रोकथाम इलाज जारी रखें। इस अहम् बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.टी.जी. कुलवेदी, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ बी.पी.पटेल, NHM की जिला कार्यक्रम प्रबंधक रंजना पैंकरा, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक पी.डी. बस्तिया मौजूद रहे।
सावधानी बरत कर ही होगा डेंगू से बचाव
डेंगू का मच्छर आम मच्छरों से अलग होता है और ये दिन में काटता है। ऐसे में घर और आस-पास में मच्छरों को पनपने न दें। कूलर का उपयोग नहीं होने पर उसका पानी खाली करके रखें। कूलर में एक हफ़्ते से रखा हुआ स्थिर और साफ़ -पानी, बिना ढके हुए प्लास्टिक और सीमेंट टैंक का साफ़ पानी, फ़्रिज के पीछे, गमले में जमा हुआ पानी, पशु पक्षियों के लिए रखा हुआ साफ़ पानी, नारियल के खोल, टूटे हुए बर्तन और डिस्पोज़ल, गड्ढों में बारिश का जमा हुआ साफ़ पानी, टायरों में जमा हुआ साफ़ पानी, दूसरी ऐसी जगहें या सामान, जिसमें स्थिर साफ़ पानी जमा हो रहा है, वहाँ डेंगू के मच्छर पनपते हैं। घर की छत पर रखे गमलों या दूसरी चीजों में पानी जमा न होने दें। जमे हुए पानी के गड्ढ़ों में जला हुआ मोबिल या मिट्टी तेल डाल दें, जिससे ऑक्सीजन न मिलने के कारण डेंगू मच्छर के लार्वा नष्ट हो जाते है। मच्छरों से बचने हेतु मच्छरदानी का उपयोग दिन में भी करें। फुल आस्तीन के कपडें पहनें। घर के दरवाज़ों और खिड़कियों में जाली लगवायें। डेंगू नियंत्रण रोकथाम के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसमें डेंगू से संबंधित जानकारी मोबाईल नंबर 9893362364 पर सूचित कर सकते हैं।