श्मशान की सरकारी ज़मीन में भी दबंगों की शह पर हुआ अतिक्रमण
शहर का ऐसा कोई ईलाक़ा शायद ही कहीं बचा हो, जहां की सरकारी ज़मीन में भू-माफियाओं की गिद्ध नज़र ना पड़ी हो। आज इस ख़बर में पटवारी हलका नंबर 38 के दायरे में आने वाले पंडरीपानी स्थित महालक्ष्मी मंदिर के सामने मुख्य सड़क से लगी खसरा नंबर 87/1 की सरकारी ज़मीन में लगे पेड़ों की कटाई कर दी गई है और कालम के गढ्ढे खोदकर खुलेआम बेख़ौफ़ अतिक्रमण किया जा रहा है। वहीं इसी 38 नंबर पटवारी हलका के 87/1 खसरा नंबर में ही रायगढ़ के एक मोबाईल कारोबारी ने दबंगई के साथ अतिक्रमण कर लिया है। इसी रास्ते में थोड़ा आगे जायेंगे तो खसरा नंबर 36/1 में श्मशान है, जिसके एक हिस्से की सरकारी ज़मीन पर पेशेवर भू-माफियाओं की शह पर खुलेआम अतिक्रमण किया जा रहा है।
सबसे आश्चर्य की बात ये है कि राजस्व निरीक्षक मंडल मौहापाली के दायरे में आने पटवारी हलका नंबर 38 के पटवारी आख़िर शांत कैसे बैठे हैं। सरकारी ज़मीन पर भू-माफियाओं द्वारा किये जा रहे अतिक्रमण पर लगाम लगाने के लिए पटवारी द्वारा मौक़े पर जाकर रिपोर्ट तैयार क्यों नहीं की जा रही है? क्या पटवारी महोदय भू-माफियाओं की हरक़तो़ से दहशत में हैं, जिसकी वजह से इस क्षेत्र में भू-माफिया बेलगाम हो गये हैं। बहरहाल, बेहतर होगा कि हलका पटवारी सरकारी ज़मीन पर ख़ुलेआम हो रहे अतिक्रमण का प्रतिवेदन बनाकर तहसीलदार और कलेक्टर के सामने रखे, जिससे कि अतिक्रमण के ख़िलाफ़ प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्रवाई की जा सके।