
मंगलवार को नामांकन दाखिले के अंतिम दिन कलेक्टोरेट परिसर के आसपास भारी गहमागहमी का माहौल देखा गया, इसकी बड़ी वजह यही थी कि राज्य की सत्ता के घोड़े में सवार भारतीय जनता पार्टी द्वारा रायगढ़ नगर निगम के महापौर सहित सभी अड़तालिस वार्डों के प्रत्याशियों का नामांकन दाखिल करवाना था। बड़ा ज़बरदस्त जूलूस शहर की सड़कों पर निकला, ढोल ताशों और ज़िंदाबादी नारों के साथ विहंगम जुलूस अहसास करा रहा था कि इस बार के चुनाव में अधिकांश जगहों पर रोचक मुक़ाबले देखने को मिलेंगे, वहीं महापौर की सीट के लिए भी संग्राम भीषण रहने वाला है।

ख़ैर, नामांकन दाखिले की औपचारिकता पूरी करवाकर रायगढ़ विधायक और छत्तीसगढ़ सरकार के दमदार केबिनेट मंत्री ओपी चौधरी मुख्य गेट से बाहर निकले तो तीन अलग अलग टुकड़ियों में बंटे मीडियाकर्मियों को बाईट्स दीं, इसी दौरान एक पत्रकार ने रायगढ़ विकास को लेकर उनकी भविष्य की योजना पर सवाल दागकर मौजूदा चुनाव के संदर्भ में कुछ नया निकालने की कोशिश की, तो प्रशासन और राजनीति के मंजे हुए खिलाड़ी बन चुके ओपी चौधरी ने साफ़ कर दिया कि “अभी एक सवा साल में रायगढ़ के विकास को लेकर जो कुछ आप देख सुन रहे हैं, वो तो महज़ दस परसेंट है, अभी तो बाक़ी साढ़े तीन सालों में जितना विकास होगा, उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी।”
विधायक और मंत्री ओपी चौधरी के आत्मविश्वास से भरे इस जवाब से इतना तो साफ़ हो गया है कि ना केवल रायगढ़ शहर बल्कि रायगढ़ विधानसभा के शहरी और ग्रामीण विकास का ताना-बाना बड़े पैमाने पर बुना जा चुका है। अब तो 2028 के रायगढ़ की कल्पना करके रायगढ़वासियों को ख़ुश हो जाना चाहिए, रायगढ़ में शहरी विकास के तहत् चल रहे निर्माण कार्यों का जो धुर्रा “विष्णु-ओम्” की जोड़ी ने उड़ाया है, उससे भविष्य के बेहतर रायगढ़ का भरोसा तो बनता है।