समाज कल्याण विभाग, सारंगढ़ द्वारा संचालित अभियान “हम होंगे क़ामयाब” से संवर रही दिव्यांगजनों की ज़िंदगी
दिव्यागों के चेहरे पर छाई मुस्कान, स्वरोज़गार की राहें हुई आसान
नवगठित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला अंतर्गत समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजनों की सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुगम्यता और स्वावलंबन पर आधारित अभियान “हम होंगे क़ामयाब” का संचालन किया जा रहा है। विगत 3 जनवरी को दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और कौशल विकास आधारित तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्कशॉप का आग़ाज़ सारंगढ़ जनपद की ग्राम पंचायत बरदुला में किया गया, जिसका समापन सोमवार 7 जनवरी को क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य श्रीमति बैजन्ती नंदू लहरे के साथ ही अन्य स्थानीय जन प्रतिनिधियों की विशेष मौज़ूदगी में किया गया। समापन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य श्रीमति बैजन्ती लहरे द्वारा भारत माता की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण किया गया और फिर मुख्य अतिथि ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सभी दिव्यांगजनों से परिचय प्राप्त किया।
जिला पंचायत सदस्य श्रीमति बैजन्ती लहरे ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सभी दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने के इस प्रयास की भरपूर सराहना की तथा अपनी तरफ़ से सभी को आवश्यक सुधारक औज़ार टूलकिट का वितरण कर उन्हें आगे भी हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद पंचायत सारंगढ़ के दायरे में आने वाली 10 ग्राम पंचायतों के लगभग 15 दिव्यांगजनों द्वारा मोटर बाइंडिंग और इलेक्ट्रिक उपकरणों के मरम्मत का कौशल विकास संबंधी प्रशिक्षण प्राप्त किया है। समाज कल्याण विभाग सारंगढ़-बिलाईगढ़ द्वारा संचालित “हम होंगे क़ामयाब” अभियान के तहत् प्रथम चरण में दिव्यांगजनों को सशक्तिकरण और कौशल उन्नयन के लिए मोटर बाइंडिंग, सबमर्सिबल पंप रिपेयरिंग, कूलर पंखा रिपेयरिंग सहित दूसरे तमाम इलेक्ट्रिकल उपकरणों का सुधार संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षक के रूप में उच्चभिट्ठी निवासी दिव्यांग लेखराम निराला की भूमिका उल्लेखनीय रही। तीन दिनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहभागी दिव्यांगजन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद स्थानीय बाज़ार की मांग के अनुसार ख़ुद को तैयार करके स्व नियोजित हो सकेंगे। ग़ौरतलब ये भी है कि समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजनों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने, सम्मानपूर्वक जीविका निर्वाह सहित बाधारहित जीवन स्तर की सुनिश्चितता के लिए संकल्पित होकर ऐसे नवाचारी अभियानों का संचालन किया जा रहा है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम से दिव्यांगजनों में निहित कौशल प्रतिभाओं का न सिर्फ़ विकास होगा बल्कि उनके हुनर की क़दर भी बढ़ेगी और वे ख़ुद आत्म निर्भर होकर दूसरे दिव्यांगजनों को प्रेरित करेंगे ।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में पहली बार आयोजित हो रहे इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम से दिव्यांगजनों एवं उनके परिजनों का उत्साह बड़े पैमाने पर देखने ही मिल रहा हैं। समाज कल्याण विभाग सारंगढ़ के जिलाधिकारी विनय तिवारी के समर्पित प्रयासों और अपने अधीनस्थ विभागीय टीम की एकजुटता की बदौलत संचालित नवाचारी अभियान “हम होंगे क़ामयाब” के जरिए विभिन्न चरणों में जिले के लक्षित 100 ज़रूरतमंद दिव्यांगजनों के जीवन स्तर को संवारने की इस मुहिम की जन प्रतिनिधियों सहित ग्रामवासियों ने दिल खोलकर सराहना की है । प्रथम चरण में प्रशिक्षित 15 दिव्यागजनों के लिए अन्य समर्थन सेवाएं यथा निःशुल्क बस यात्रा पास, चिकित्सकीय सहायता आदि प्रदान की जाएगी तथा स्वतंत्र व्यावसायिक इकाई स्थापना के लिए विभागीय सहयोग दिया जाएगा। जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में समाज कल्याण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर और उनकी टीम “हम होंगे क़ामयाब” अभियान के जरिए दिव्यांगजनों की बेहतरी के लिए समर्पित होकर काम कर रही है।