मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायगढ़ प्रवास के दूसरे दिन रविवार को तराईमाल स्थित बंजारी माई धाम में पूजा-अर्चना और दर्शन लाभ लेकर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि की कामना की। उन्होंने बंजारी मंदिर परिसर में ही स्थापित ब्रह्मलीन पुजारी रामगोपाल महाराज, ब्रह्मलीन अंकुर मालाकार, पुजारिन सोनागिरी माता की प्रतिमाओं का अनावरण भी किया, साथ ही उन्होंने बंजारी माई धाम तराईमाल में विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से नव निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया, जिसमें 8 कार्यों के लिए कुल 2 करोड़ 51 लाख रूपये के कार्य शामिल हैं। इस दौरान उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए तमनार को नगर पंचायत बनाने का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री साय ने आभार जताते हुए कहा कि “मैं जब सांसद के रूप में चुना गया, तब से मां बंजारी की पूजा-अर्चना के साथ दर्शन लाभ मिल रहा है, मां बंजारी के आशीर्वाद से ही मैं आज प्रदेश के मुख्यमंत्री जैसे पद तक जनता की सेवा के लिए पहुंचा हूं। आज माता बंजारी से प्रदेश की जनता के लिए सुख समृद्धि और ख़ुशहाली की कामना करता हूं।” उन्होंने आगे कहा कि “अंकुर गौंटिया के भागीरथ प्रयास से ही बंजारीधाम का विकास हुआ है। उन्हें जब भी मुझसे बात करनी होती, मोपेड चलाते हुए बगिया तक भी पहुंच जाते थे। ऐसे जुझारू लोगों के समर्पित कार्यों की बदौलत बंजारी धाम आज अपने भव्यतम स्वरूप को पा सका है।” सीएस साय ने आगे कहा कि “पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ प्रदेश का गठन हुआ, जिसे संवारने का काम हमारी सरकार कर रही है। महतारी वंदन, राम लला दर्शन योजना के माध्यम से हर महीने 8 हज़ार से अधिक दर्शन लोगों को आयोध्या, काशी ले जा रहे है। दो दिन पहले ही 8 लाख से अधिक गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास को स्वीकृति प्रदान की है। हम लगातार विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए कार्यरत है।”
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने तमनार को नगर पंचायत बनाने की घोषणा कर दी, इसके अलावा छर्राटांगर में 50 लाख की लागत से सामुदायिक भवन निर्माण, पूंजीपथरा थाना में 5 स्टाफ़ क्वार्टर निर्माण, घरघोड़ा कॉलेज में एमए की कक्षाएं प्रारंभ करने की घोषणा की और छर्राटांगर से पाकादरहा के बीच कुरकुट नदी में पुलिया निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार कर तत्काल शासन को प्रेषित करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। सीएम ने बंजारी धाम स्मारिका का विमोचन भी किया।