भारतीय संस्कृति और परंपरा के मुताबिक़ पति की लंबी उमर और अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना के साथ मनाया जाने वाला त्यौहार करवा चौथ है। महिलाओं के लिये निर्जला जैसी कठिन परिस्थितियों के साथ रखा जाने वाला करवा चौथ का व्रत मूलतः पति के नाम पर रखा जाता है। बाज़ार में करवा चौथ की रौनक देखी जा रही है। महिलाओं द्वारा किये जाने वाले कठिन व्रत करवा चौथ की पूजा आराधना के लिये तमाम ज़रूरी सामन बाज़ार में मौज़ूद हैं, जिसकी ख़रीददारी के लिये बाज़ार में रौनक बढ़ी हुई है। जब पत्नि करवा चौथ का कठिनतम व्रत पति के लिये रखती है, तो पति भी पत्नि को उपहार दिलाता है, हां ये अलग बात है कि वो अपनी पत्नि के लिये ऐसा कठोर साधना वाला निर्जला व्रत नहीं रखता। यही कारण है कि शहर का साड़ी बाज़ार भी एक से बढ़कर एक ब्रांड, डिज़ाईन और पैटर्न की साड़ियों से सज गया है, जिसमें ख़रीददार महिलाएं पहुंच रही हैं और अपने लिये ऐसी साड़ी छांट रही हैं, जिसे वो पहने तो पति की नज़र उसी पर टिकी रहे। साड़ियों के दुकानदारों ने भी करवाचौथ के लिये पूरी तैयारी कर रखी है। करवा चौथ इस साल रविवार को मनाया जाना है, इस ख़ास दिन को हर व्रती महिला पूरी श्रद्धा विश्वास और प्यार भरी ख़ूबसूरती के साथ मनाने की तैयारी में है।