वार्ड नंबर 25 के दायरे में आने वाले कौहाकुंडा क्षेत्र के चिरंजीव दास नगर में मुख्य सड़क किनारे अतिक्रमण कर बनाई गई दुकानों को निगम की अतिक्रमण निवारण टीम द्वारा जेसीबी चलाकर ढहा दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान दुकान को तोड़कर न सिर्फ़ भूमि को समतल किया गया, बल्कि निर्माण सामग्री भी ज़ब्त कर ली गई।
चूंकि पहाड़ मंदिर कौहाकुंडा चिरंजीव दास नगर मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण कर दुकान बनाने की शिक़ायत निगम प्रशासन को मिली थी, इस पर कमिश्नर ने निगम के अतिक्रमण निवारण दस्ता प्रभारी सहायक अभियंता को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। निर्देश के परिपालन में निगम की टीम ने मंगलवार को संबंधित स्थल पर कार्रवाई को अंजाम दिया साथ ही अतिक्रमण कर दुकान या अन्य निर्माण करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी मोहल्लेवासियों को दी गई।
शहर में राजनैतिक और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की शह पर जिस दबंगई के साथ सरकारी ज़मीन में अतिक्रमण हो रहा है, मुख्य बाज़ार में नियम विरुद्ध निर्माण हो रहे हैं, उस पर निगम प्रशासन की चुप्पी संदेहों को जन्म देती है। किशोरी मोहन त्रिपाठी गवर्नमेंट गर्ल्स कालेज की ज़मीन पर श्याम टाकीज़ रोड के चार व्यापारियों ने कब्ज़ा किया, गर्ल्स कालेज प्रबंधन ने लिखित शिक़ायत देकर अतिक्रमण हटवाने का आग्रह निगम प्रशासन से किया था, जिस पर कमिश्नर के आदेश से भौतिक सत्यापन भी हुआ और पाया गया कि कालेज की ज़मीन पर अतिक्रमण हुआ है, पर कमिश्नर साहब अब तक अतिक्रमण ढहाने की कार्रवाई करने के लिए हिम्मत नहीं जुटा पाये। शांति लाज की बगल में मुख्य मार्ग पर चार मंजिला बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई, इस विवादित बिल्डिंग के छज्जे को निगम प्रशासन ने ही तीन साल पहले तोड़ने का आदेश दिया था, सामने पीछे और छज्जे को मिलाकर किये गये अतिक्रमण से निर्माण अनुज्ञा का खुला उल्लंघन साफ़ दिखाई देता है, ऐसा ही एक मामला हटरी चौक का है, जहां भवन निर्माण के दौरान छज्जा निकालकर गली के उपरी हिस्से पर अतिक्रमण कर लिया गया है, मगर यहां भी कार्रवाई नहीं हो रही है।
वार्ड नंबर 25 में तो सरकारी ज़मीन पर अतिक्रमण के दर्जनों मामले हैं ही, कमोबेश सभी वार्डों में अतिक्रमण को लेकर यही स्थिति है, मुख्य बाज़ार में तो अतिक्रमण के कारण लोगों का चलना मुश्किल हो गया है, पूरे बाज़ार की तस्वीर को अतिक्रमणकारियों ने बदरंग कर दिया है, मगर मज़ाल है निगम का अतिक्रमणरोधी दस्ता अपनी कार्रवाई का रुख़ ऐसे बेलगाम अतिक्रमणकारियों की तरफ़ करने की हिम्मत जुटा पाये। इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए नगर निगम की सो काल्ड अतिक्रमणरोधी मुहिम को लेकर सवाल खड़े होते हैं।