

मौनी अमावस्या पर प्रयागराज महाकुंभ सेक्टर 4 में आधी रात भगदड़ मचने से 17 लोगों की दर्दनाक मौत की ख़बर है और तक़रीबन 100 लोग घायल बताये जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि संगम की तरफ़ बढ़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ बेरीकेड टूटने की वजह से अनियंत्रित हो गई और इसी वजह से संगम नोज़ पर यह हादसा हुआ। भगदड़ के दौरगन कुछ महिलाएं ज़मीन पर गिर गईं और भीड़ में शामिल लोग उन्हें कुचलते हुए आगे निकल गए। आधी रात हुए इस हादसे के तत्काल बाद 50 से ज़्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं और घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। प्रयागराज महाकुंभ के अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा रहा। राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है। संगम नोज़ इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई थी, हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडोज़ ने भी मोर्चा संभाल लिया था।
इस घटना के बाद प्रयागराज शहर में भी श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई है। इसके लिए शहर की सीमा से सटे जिलों में प्रशासन को मुस्तैद कर दिया गया है। भगदड़ की वजह से हुई इस घटना के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया था, मगर अब ख़बर आ रही है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई चर्चा के बाद अखाड़ो का अमृत स्नान संपन्न होगा। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- संगम नोज़ पर अधिक भीड़ के कारण यह फ़ैसला किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी से फोन पर लगातार घटना की जानकारी ले रहे हैं। प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार नज़र बनाए हुए हैं, उन्होंने अब तक कई बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फ़ोन पर बात की है। पीएम मोदी ने महाकुंभ मेले की स्थिति के बारे में यूपी के सीएम योगी से जानकारी ली और अब तक घायलों के लिए की गई व्यवस्था की समीक्षा भी की। इसके साथ ही पीएम ने श्रद्धालुओं को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए भी कहा है। मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान से पहले मची भगदड़ को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ से बात की है, उन्होंने यूपी सरकार को केंद्र से पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में व्यवस्था बनाये रखने में श्रद्धालुओं से अपील की है, उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि बुधवार को मौनी अमावस्या के मुहूर्त में स्नान की वजह महाकुंभ क्षेत्र में आठ से दस करोड़ श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव बना हुआ है, घटना के बाद महाकुंभ क्षेत्र में हालात पूरी तरह नियंत्रण में है।

