हिंदू संगठनों द्वारा लगातार किया जा रहा मुखर विरोध, पुलिस की दखल से नियंत्रण में हैं हालात
शहर के अलग अलग क्षेत्रों से बीते महीने भर के दौरान कथित तौर पर धर्मांतरण के तक़रीबन आधा दर्ज़न मामले सामने आये हैं, हिंदू युवा संगठनों और संबंधित क्षेत्र के लोगों का ऐसे सभी मामलों को लेकर सीधा यही आरोप होता है कि मसीही यानि क्रिश्चन समुदाय के कुछ लोग अपनी प्रार्थना सभाओं में हिंदुओं को क्रिश्चन धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं, आरोप यह भी है कि हिंदुओं को बीमारी ठीक करने के अलावा पैसों का लालच देकर भी धर्मांतरण के लिए उकसाया जाता है। हालांकि अब तक ऐसे जितने भी मामले सामने आये हैं, उनमें से ज़्यादातर रविवार के दिन ही देखने सुनने को मिले हैं, ऐसा इसलिए भी क्योंकि रविवार का दिन मसीही यानि क्रिश्चन समुदाय के लिए यीशू मसीह माता मरियम से पूजा प्रार्थना का होता है, पूजा प्रार्थना के बाद स्वास्थ्यगत समस्याओं से पीड़ित लोगों को प्रार्थनाओं की ताक़त से चंगा यानि स्वस्थ करने की भी प्रक्रिया होती है, जिसे चंगाई सभा का नाम दिया गया है।
ताज़ा मामला शहर के वार्ड नंबर 33 कांशीराम चौक के पास गांधीनगर का है, रविवार की सुबह इस इलाक़े के एक घर में मसीही समाज के लोगों द्वारा पूजा प्रार्थना का दौर चल रहा था, इस पूरी गतिविधि के दौरान एक दो बाहरी शख़्स भी शामिल थे, जिन्हें लेकर मोहल्लेवासियों और सूचना पाकर मौक़े पर पहुंचे हिंदू संगठनों के युवाओं ने ऐसी आशंका जताई कि बाहर से आये लोग हिंदुओं को बरगलाकर धर्मांतरण करवा रहे हैं। क्षेत्र में बढ़ते तनाव की गंभीरता को समझते हुए पुलिस और प्रशासन ने मोर्चा संभाला, जिसकी वजह से थोड़ी मशक्कत के बाद हालात सामान्य हुए, संदिग्ध व्यक्ति को पूछताछ के लिए जूटमिल थाना ले जाया गया। इस मामले में प्रशासन का कहना है कि विवादित स्थल यानि घर से कोई आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई है।
कथित धर्मांतरण के सभी मामलों में पुलिस और प्रशासन के त्वरित हस्तक्षेप से शहर में सांप्रदायिक तनाव जैसे हालात बन ही नहीं पाते हैं, अब तक पुलिस ने कथित धर्मांतरण के आरोप में कई लोगों से थाने में पूछताछ की है, मगर ऐसे कोई भी ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं, जिससे ये साबित हो सके कि वास्तव में धर्मांतरण करवाया गया है या करवाने की कोशिश की गई है।