अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी AICC द्वारा चलाए जा रहे ‘संगठन सृजन अभियान’ के तहत नियुक्त आब्ज़र्वर सीताराम लांबा ने विजयादशमी के ठीक अगले ही दिन अपने रायगढ़ में कांग्रेस संगठन की मज़बूती और विस्तार को लेकर पहली अहम् बैठक ली। इस बैठक को ज़मीनी स्तर पर कांग्रेस संगठन को सक्रिय और मज़बूत करने की दिशा में बड़ा क़दम माना जा रहा है। इस बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार के पूर्व काबीना मंत्री खरसिया विधायक उमेश पटेल, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल, छत्तीसगढ़ सरकार के पूर्व काबीना मंत्री जयसिंह अग्रवाल, लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार, जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) अध्यक्ष ग्रामीण नगेंद्र नेगी, जिला कांग्रेस कमेटी (शहर) अध्यक्ष अनिल शुक्ला सहित कांग्रेस पार्टी के शहर और ग्रामीण इकाईयों के कार्यकर्ता मौजूद रहे। संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत 4 अक्टूबर शनिवार को शहर कांग्रेस और 5 अक्टूबर रविवार को ग्रामीण कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के बाद आगामी दिनों के लिए कार्यक्रम तय किया जायेगा। कांग्रेस की इस संगठनात्मक बैठक के मूल में संगठन सृजन अभियान के तहत पार्टी की रणनीति पर विचार-विमर्श करना और उसे प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए एक रोड मैप तैयार करना था। AICC के केंद्रीय पर्यवेक्षक सीताराम लांबा ने स्थानीय कार्यकर्ताओं, ब्लॉक अध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं से मुलाक़ात भी की साथ ही संगठन की जिले में स्थिति और मौजूदा तौर पर सामने आ रही चुनौतियों को लेकर सबसे विचार मंथन किया।
संगठन सृजन अभियान के तहत् जिले में हर बूथ और ब्लॉक स्तर पर पार्टी को मज़बूत करने के लिए कार्यकर्ताओं की भूमिका परिभाषित करना, स्थानीय नेताओं कार्यकर्ताओं से संगठन के पुनर्गठन के लिहाज़ से महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियों को लेकर उनके सुझाव और सिफारिशें समझते हुए ज़मीनी स्तर पर सक्रिय और संगठन के प्रति निष्ठावान कार्यकर्ताओं को अवसर दिया जाएगा। केंद्रीय पर्यवेक्षक सीताराम लांबा ने बैठक में मौजूद सभी पदाधिकारियों से कहा कि “वे पार्टी आलाकमान की अपेक्षाओं के अनुरूप संगठन सृजन के कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें क्योंकि संगठन की मज़बूती से ही आने वाले समय में पार्टी की सफ़लता का रास्ता तय होगा।” कांग्रेस का ‘संगठन सृजन अभियान’ छत्तीसगढ़ सहित देश के कई राज्यों में शुरू किया जा चुका है, ज़मीनी स्तर पर संगठन के ढांचे को मज़बूत करना ही जिसका एकमात्र लक्ष्य है। AICC के केंद्रीय नेतृत्व का स्पष्ट निर्देश है कि “संगठन को महज़ काग़ज़ों तक ही सीमित न रखा जाए, बल्कि उसे आगामी चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार और सक्रिय किया जाए। रायगढ़ जिले में लगभग 80 बैठकों के माध्यम से रायगढ़ जिले के सभी ब्लॉक अध्यक्षों, जिला अध्यक्ष शहर और ग्रामीण के लिए 6 लोगों के नामों का पैनल बनाकर कांग्रेस मुख्यालय दिल्ली भेजा जाएगा, फिर केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) या पार्टी की उच्चाधिकार प्राप्त समिति इन 6 नामों के पैनल में से अंतिम नाम पर आधिकारिक मुहर लगाएगी। संगठन सृजन की यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी होगी, इसी के बाद राज्यों और जिलों में नए संगठनात्मक पदाधिकारियों की घोषणा औपचारिक तौर की जाएगी।



























































