सुधा की दो और गीता की तीन साहित्यिक कृतियों के गरिमामय विमोचन कार्यक्रम में शामिल हुए लोकसभा सदस्य राधे
विगत 20 अक्टूबर को एक निजी होटल के सभागार में पुस्तक विमोचन एवं लोकार्पण कार्यक्रम गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि रायगढ़ लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया ने शिरक़त की । कार्यक्रम की अध्यक्षता अविभाजित मध्यप्रदेश के दौर के वरिष्ठतम् उच्च शिक्षाविद कवि साहित्यकार सेवानिवृत्त प्रोफेसर के के. तिवारी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में खरसिया से अंचल के वरिष्ठ साहित्यकार मनमोहन सिंह ठाकुर, रायगढ़ के सेवानिवृत्त प्रोफेसर अम्बिका वर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार कमल बोहिदार मंचासीन रहे। समारोह का औपचारिक शुभारंभ माँ वीणापाणि ज्ञान की देवी सरस्वती माता के पूजन और दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। डॉ . गीता उपाध्याय ‘मंजरी’ जी ने अपनी मधुर आवाज़ में सरस्वती वंदना का सस्वर पाठ किया, साथ ही श्रीमती लीसा पटेल द्वारा अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत का गायन किया गया। इस अवसर पर दोनों ही कवियित्रियों के जीवन परिचय और उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया।
सांसद राधेश्याम राठिया के हाथों रायगढ़ नगर की वरिष्ठ कवियित्री डॉ. गीता उपाध्याय ‘मंजरी’ के ‘श्रीमद्भगवद्गीता संपूर्ण के स्वरचित दोहानुवाद’ का लोकार्पण किया गया और ग़ज़ल संग्रह ‘ज़िन्दगी’ एवं ‘छंद गीतांजलि’ पुस्तकों का विमोचन किया गया। घरघोड़ा की डॉ. सुधा पण्डा ‘प्रज्ञा’ द्वारा स्वरचित ‘छंद सुधा-रस’ एवं ‘नव छंद रस’ का विमोचन किया गया । इस प्रकार इन दोनों कवियित्रियों द्वारा स्वरचित कुल 5 पुस्तकों का विमोचन किया गया । रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि “दोनों साहित्यकार बहनों द्वारा की गयी इस साहित्यिक मेहनत का संदेश गांव गांव तक पहुंचे और जन जन इस ज्ञान से लाभान्वित हों।” इस अवसर पर यहाँ के ख्यातिप्राप्त विद्वान कवि कवियित्रियों के साथ ही कला तथा संगीत गुरुओं की भी गरिमामय उपस्थिति रही। पांचों पुस्तकों के विमोचन और लोकार्पण से पहले काव्य पाठ का भी आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित कवि, कवियत्रियों ने अपनी अपनी रचनाओं का पाठ कर वातावरण को साहित्यिक के रंग से सराबोर कर दिया । कार्यक्रम का सफल संचालन छंदज्ञ श्रीमती धनेश्वरी देवांगन ‘धरा’ द्वारा व्यवस्थित शब्द संयोजन के साथ किया गया।
समारोह में ख्यातिलब्ध साहित्यकार रमेश शर्मा, वरिष्ठ कवि भागीरथी उपाध्याय, वरिष्ठ कवि रामगोपाल शुक्ल , बाल साहित्यकार व विचारक श्याम नारायण श्रीवास्तव, कर्मठ, कला समीक्षक चित्रकार मनोज श्रीवास्तव , वरिष्ठ कवि कलागुरु मनहरण सिंह ठाकुर, वरिष्ठ गीतकार प्रदीप उपाध्याय, कन्हैयालाल गुप्ता, अमित शर्मा, धूम कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता कवि राघवेंद्र, घनाक्षरी के समर्पित सदस्य अरविंद सोनी ‘सार्थक’, ओज के हस्ताक्षर डॉ.गुलशन खम्हारी, बांसुरी व चारकोल चित्रकार युगल किशोर उपाध्याय, शिक्षक नरेंद्र दुबे, नरेश पण्डा, देवेन्द्र कुमार पण्डा , राज्य सम्मान से सम्मानित सजल व छंद मर्मज्ञ श्रीमती अरूणा साहू, छंदज्ञ श्रीमती साधना मिश्रा, काव्यवाटिका संयोजक छंदज्ञ डॉ. आशा मेहर, मानव कल्याण मंच की संयोजक छंदज्ञ सुश्री सुशीला साहू, छंद कवियित्री श्रीमती लीशा पटेल, हास्य कवियित्री श्रीमती सरोज साहू, छंदज्ञ श्रीमती रजनी वैष्णव, श्रीमती अर्चना षड़ंगी, श्रीमती विभा उपाध्याय, नवांकुर श्रीमती सीमा पटेल,श्रीमती मधु पण्डा, श्रीमती प्रभाषिनी पण्डा के साथ ही कार्यक्रम परिकल्पक डॉ. गीता उपाध्याय’ मंजरी’ और डॉ. सुधा पण्डा ‘प्रज्ञा’ सहित नगर के गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही। इस सफल समारोह का समापन वरिष्ठ साहित्यकार श्याम नारायण श्रीवास्तव द्वारा आभार प्रदर्शन एवं धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।