

आख़िरकार भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रायगढ़ जिले के युवा आदिवासी नेता रवि भगत को बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और छत्तीसगढ़ मुख्यालय प्रभारी जगदीश रोहरा का हस्ताक्षर किया हुआ कारण बताओ नोटिस आज 26 तारीख़ को भेज दिया गया है, इस नोटिस में भाजपा प्रदेश मुख्यालय की तरफ़ से साफ़ कहा गया है कि सोशल मीडिया के जरिए भाजपा नेताओं के ख़िलाफ़ लगातार दुष्प्रचार किया जा रहा है, जो कि पार्टी की अनुशासनहीनता के दायरे में आता है, नोटिस में जवाब प्रस्तुत करने के लिए रवि भगत को सात दिनों की समय सीमा दी गई है, अगर तय समय सीमा में संतोषजनक जवाब नहीं आता तो भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत के ख़िलाफ़ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासन की कार्रवाई भी की जा सकती है। रवि भगत के ख़िलाफ़ कारण बताओ नोटिस जारी करके भारतीय जनता पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई ने साफ़ मैसेज दे दिया है कि पार्टी लाईन के ख़िलाफ़ जो भी जायेगा, उसको ऐसी कार्रवाई का सामना करना ही पड़ेगा, भले उसके पास बड़ा पोर्टफोलियो ही क्यों ना हो?
ग़ौरतलब है कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत ने हाल ही के कुछ दिनों में डीएमएफ और सीएसआर फंड को लेकर रायगढ़ विधायक वित्तमंत्री ओपी चौधरी को निशाने में लेकर सोशल मीडिया में पोस्ट जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि डीएमएफ और सीएसआर फंड से रायगढ़ विधानसभा में ही ज़्यादा काम हो रहे हैं और जबकि लैलूंगा क्षेत्र को भी विकास की ज़रूरत है। रवि भगत की इस पोस्ट को आधार बनाकर कांग्रेस ने मामला लपक लिया है, जिससे कहीं ना कहीं जिले में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं सहित ख़ुद ओपी चौधरी को मीडिया के सवालों के आगे असहज हालातों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार की शाम तो रवि भगत ने अपनी फ़ेसबुक आईडी में स्वरचित गीत भी गया है, जो लगातार सुर्खियों में बना हुआ है, इस वीडियो में भी रवि भगत ने डीएमएफ और सीएसआर फंड से लैलूंगा क्षेत्र के विकास का आग्रह किया है, हालांकि इस वीडियो में आग्रह कम अपनी ही सरकार से शिक़ायत ज़्यादा है। बहरहाल अब देखना ये है कि युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आदिवासी नेता रवि भगत पार्टी के कारण बताओ नोटिस पर क्या जवाब देते हैं।