बीते 23 अक्टूबर को मिडिल स्कूल के सेवानिवृत्त शिक्षक कृपाराम पटेल का 78 साल की आयु में आकस्मिक निधन हो गया था, शुरू से ही सिद्धांतवादी रहे समर्पित शिक्षक कृपाराम पटेल ने कंचनपुर के सरकारी स्कूल से अपने शिक्षकीय जीवन का सफ़र आरंभ किया और खिचरी,किरोड़ीमलनगर, नंदेली, सेमीकोट, कोतरा रोड नाकाडेरा, जगतपुर, म्युनिसिपल स्कूल, चक्रधरनगर स्कूल में अपनी सेवाएं दीं और 2010 में म्युनिसिपल स्कूल से सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने अपने पूरे शिक्षकीय जीवन में स्कूल के बच्चों में ज्ञान की उजास फैलायी। वे अपने पीछे दो बेटे ब्रजकिशोर और राजकिशोर पटेल सहित पुत्रवधुओं और पोते पोतियों का भरा पूरा परिवार शोक संतप्त छोड़ गये हैं। ब्रह्मलीन कृपाराम पटेल के साथ साथ उनके दोनों बेटों का भी सामाजिक सरोकारों से गहरा जुड़ाव है, लिहाज़ा उनके निधन से तमाम परिजनों और शुभचिंतकों में शोक की लहर बनी हुई है। परिवार के सभी क़रीबियों ने कृपाराम पटेल गुरूजी के निधन को अपूरणीय क्षति बताया है और शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
चूंकि नंदेली के पास सरडामाल उनका पैतृक गांव है लिहाज़ा 2 नवंबर रविवार को उनके निवास स्थान में ही दशकर्म संपन्न होगा। रायगढ़ प्रेस क्लब के अध्यक्ष एवं मृतक परिवार के बेहद क़रीबी हेमंत थवाईत, पत्रकार युवराज सिंह आज़ाद, राजेश वर्मा, संदीप कोका, मंजुल दीक्षित, अशोक थॉमस, लेखराज चावड़ा, रवि दीक्षित सहित इप्टा से अध्यक्ष विनोद बहिदार, रविन्द्र चौबे, भरत निषाद, श्याम देवकर, कृष्णानंद तिवारी (अंबिकापुर) ने मृतात्मा के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है।

























































