∆पुलिस की रात्रिकालीन गश्त पर उठ रहे सवाल
रायगढ़ जिले के खरसिया तहसील मुख्यालय में सक्रिय चोर पुलिस की रात्रिकालीन गश्त व्यवस्था की कलई खोलकर रख रहे हैं, इस दावे को इसी वारदात से समझने की कोशिश करते हैं, खरसिया पुलिस चौकी से महज़ सौ मीटर के दायरे में निवास जनरल स्टोर संचालित है, बीते सात जुलाई से तीन अगस्त तक बाईस दिनों के अंतराल में चोर ने तीन बार चोरी की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की, पहली बार तो सीसीटीवी कैमरे से बचने के लिए ये चोर बोरा ओढ़कर आया, कैमरे की दिशा घुमा दी और गल्ले पर रखी थोड़ी सी रक़म पर हाथ साफ़ करके चलता बना, चूंकि दुकानदार दुकान बंद करने से पहले गल्ले की रक़म निकालकर साथ ले जाता था, इसलिए जब दूसरी बार 28 जुलाई को यही चोर दुकान में घुसा, तो इसे नक़दी नहीं मिली, अब रिस्क लेकर दुकान में घुसा है, तो भला अपने काम के प्रति समर्पित चोर खाली हाथ कैसे जा सकता था, लिहाज़ा चोर महाशय ने राजश्री गुटखा सहित दूसरे सामानों में हाथ साफ़ कर दिया, कल दो और तीन अगस्त की दरमियानी रात फिर एक बार यही चोर निवास जनरल स्टोर में चोरी की नीयत से रात के अंधेरे में दाखिल होता है, जब ये चोर दुकान की छत पर पहुंचता है तो पड़ोस के कुछ लोगों की नज़र इस चोर पर पड़ती है, हल्ला मचाने पर चोर आसपास के दीवारें और छतों को फांदकर भाग जाता है, तो ये हाल है खरसिया चौकी और सरकारी अस्पताल से कुछ ही दूरी पर जनरल स्टोर में लगातार हो रही चोरी की वारदात का।
पीड़ित पक्ष की परेशानी और खरसिया नगर की सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज़ से पुलिस को अपनी रात्रिकालीन गश्त में कसावट लानी होगी, जिससे कि बेखौफ़ होकर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चोरों पर लगाम लगाई जा सके और खरसिया नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में सुरक्षा को लेकर पुलिस पर भरोसा क़ायम रह सके।