तीन दिसंबर मंगलवार को छत्तीसगढ़ के चौथे लोकतांत्रिक प्रमुख मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रायगढ़ दौरे पर रहेंगे, इस दौरान वे एक तरफ़ जहां उत्कल ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम में शरीक़ होंगे, वहीं दूसरी तरफ़ स्थानीय विधायक और केबिनेट मंत्री ओम प्रकाश चौधरी के विशेष प्रयासों से रायगढ़ शहर को नालंदा परिसर सहित करोड़ों के विकास कार्यों की आधारशिला रखेंगे और जो निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं, उनका लोकार्पण भी करेंगे। सीएम के हाथों लोकार्पित होने वाली परियोजना में शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी मिनी स्टेडियम में बॉक्स क्रिकेट का नाम प्रमुखता से शामिल है। तक़रीबन सवा बीस लाख की इस खेल विकास परियोजना का जो लोकार्पण पत्थर नगर निगम द्वारा तैयार किया गया है, उसमें स्टेडियम के नाम से शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी का उल्लेख पूरी तरह विलोपित कर दिया गया है। अब ये ग़लती जहां से भी हुई है, मामूली नहीं मानी जा सकती, क्योंकि यहां पर मामला शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की शहादत के सम्मान और उनके परिजनों की भावनाओं का है।

यहां एक बात और अहम् हो जाती है कि जब सारी वैधानिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए मिनी स्टेडियम का नामकरण शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी के नाम पर कर दिया गया है, ख़ुद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शहीद कर्नल विप्लव की प्रतिमा का अनावरण किया है और सभी सरकारी ग़ैर सरकारी आयोजनों में मिनी स्टेडियम के साथ शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी के नाम का उल्लेख होता आया है, तो फिर मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पित होने जा रहे बॉक्स क्रिकेट कोर्ट के निर्माण पत्थर से शहीद का नाम भला कैसे विलोपित किया जा सकता है। अभी वक़्त है, ग़लती सुधारी जा सकती है।