स्वतंत्रता दिवस पर फ़हराया राष्ट्रध्वज, 20 कर्मचारियों को दिया गया उत्कृष्ट सेवा सम्मान
मेडिकल कालेज हास्पिटल की संबद्धता से अलग होकर अपने स्वतंत्र अस्तित्व में आने के बाद से जिले के किरोड़ीमल शासकीय चिकित्सालय के सिविल सर्जन के साथ तमाम समर्पित कर्मचारियों और चिकित्सा अधिकारियों की वजह से किरोड़ीमल शासकीय चिकित्सालय ना केवल अपने अस्तित्व को बचाए हुए है, बल्कि इस जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं में लगातार सुधार हुआ है, विपरीत परिस्थितियों में भी जिला चिकित्सालय को अपनी समर्पित और प्रतिबद्ध सेवाएं देने वाले सभी सरकारी कर्मचारियों, मेडिकल स्टाफ और चिकित्सा अधिकारियों में से हर साल कुछ लोगों का चयन कर स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर अस्पताल परिसर में ही प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किये जाने की परंपरा पूर्व संस्था प्रमुख डॉ आरएन मंडावी द्वारा शुरू की गई थी, उसी परंपरा को मौजूदा सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ ऊषाकिरण भगत ने क़ायम रखा है, ये निर्णय ख़ुद किरोड़ीमल शासकीय जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ ऊषाकिरण ने अपने प्रतिबद्ध कर्मचारियों और अधिकारियों के उत्साहवर्धन के लिए लिया है, इस साल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पहले तो सिविल सर्जन डॉ ऊषाकिरण भगत ने अस्पताल परिसर में ध्वजारोहण किया, ध्वजारोहण कार्यक्रम में सभी चिकित्साधिकारियों और अस्पताल कर्मचारियों ने राष्ट्रीयता की भावना से अपनी सहभागिता दर्ज़ कराई और फिर बीस अधिकारी कर्मचारियों को उत्कृष्ट सेवा सम्मान के तौर पर सिविल सर्जन के हाथों प्रशस्ति-पत्र और प्रतीक चिन्ह प्रदान किया गया, सिविल सर्जन ने इस अवसर पर सम्मानित हो रहे केजीएच के अधिकारियों कर्मचारियों को आज़ादी के महापर्व स्वतंत्रता दिवस बधाई दी, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर अस्पताल में सफ़ाईकर्मी और भृत्य से लेकर चिकित्साधिकारियों तक को उत्कृष्ट सेवा सम्मान सूची में जगह दी जाती है, इसलिए कर्मचारियों का उत्साह लगातार बढ़ रहा है और हर कोई अपना बेहतर देने की कोशिश भी कर रहा है, अब गणतंत्र दिवस पर भी बीस से पच्चीस कर्मचारियों को पिछले सालों की तरह उत्कृष्ट सेवा सम्मान दिया जायेगा।
बहरहाल इस साल भी स्वतंत्रता दिवस में बीस कर्मचारियों को सम्मानित किये जाने की परंपरा क़ायम रखा जाना जिला चिकित्सालय में एक अच्छी परिपाटी के रूप में देखा जा सकता है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण और उत्कृष्ट सेवा सम्मान कार्यक्रम को गरिमामय ढंग से सफल बनाने में अस्पताल सलाहकार के साथ ही मुख्य लिपिक जेम्स वर्गीस, जीवनदीप समिति प्रभारी रेशम अधिकारी की भूमिका अहम रही, पूरे कार्यक्रम का व्यवस्थित संचालन लैब टेक्नीशियन मुरली पांडेय ने किया।