
5 अक्टूबर रविवार की शाम ग्रैंड मॉल के पांचवें माले में संचालित द मसल्स फैक्टरी जिम का योगा ज़ुम्बा हॉल एक बार फिर शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का गवाह बना। इस जिम में कहानीबाज़ थियेटर सोसायटी ने गीत संगीत नृत्य और नाटक का आयोजन किया, यह कार्यक्रम उस पंद्रह दिवसीय रंग शिविर की समापन प्रस्तुति थी, जिसे बीते बीस सितंबर से बेलादुला के प्रज्ञा विद्या मंदिर में संचालित किया गया था। इस रंग शिविर की परिकल्पना रंगकर्मी मोहन सागर और रितांक शर्मा ने मिलकर की थी, शिविर में शामिल तक़रीबन 15 प्रतिभागियों को शिविर निर्देशकों रितांक शर्मा, गौरव कमल मोरकर, शोभा सिंह दाऊ और प्रेरणा देवांगन के अलावा वरिष्ठ रंगकर्मियों रविंद्र चौबे, अनुपम पाल, तरुण बघेल, श्याम देवकर, कल्याणी मुखर्जी, विवेक तिवारी, टिंकू देवांगन, युवराज सिंह “आज़ाद”, सनत चौहान, मनहरण सिंह की मास्टर क्लास के ज़रिए अभिनय, वॉईस, बॉडी लैंग्वेज, डिक्शन, आर्ट एंड क्राफ़्ट, गीत संगीत नृत्य और समूहकर्म का प्रशिक्षण दिया गया था। शिविर की समापन प्रस्तुतियों के शुरू होने से पहले शिविर के मास्टर ट्रेनर्स को कहानीबाज़ थियेटर सोसायटी की तरफ़ से सम्मानित किया गया, फिर शिविर निर्देशक रितांक ने शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। शिविर की समापन प्रस्तुतियों के क्रम में सबसे पहले चार समूह गीत हुए, फिर समूह नृत्य पेश किया गया और अंत में शिविर के दौरान तैयार किया गया नाटक प्रस्तुत हुआ, इन सभी प्रस्तुतियों को दर्शकों ने ख़ूब सराहा। शिविर के सभी प्रतिभागियों को सर्टिफ़िकेट्स भी प्रदान किये गये। कहानीबाज़ थियेटर सोसायटी ने भविष्य में भी इसी तरह के शिविरों के आयोजन की बात कही साथ ही प्रज्ञा विद्या मंदिर प्रबंधन और द मसल्स फैक्टरी के संचालक सत्यार्थ के प्रति शिविर में सहयोग के लिए आभार भी जताया गया।