
शहर के मुख्य मार्गों के अलावा भीतरी गली-मोहल्लों में भी नालियों के ऊपर पेंओठा बनाकर या ठेले गुमटी रखकर अतिक्रमण किया गया है, जिससे नाले नालियों की सफ़ाई नहीं हो पाती और मामूली बरसात में भी शहर के भीतर जलभराव की स्थिति बन जाती है, नाले नालियों का पानी सड़कों के ऊपर आ जाता है, ये समस्या आज की नहीं बल्कि दशकों से बनी हुई है। अब चूंकि ट्रिपल इंजन की सरकार का आख़री तीसरा इंजन यानि शहर सरकार पूरी तरह एक्टिवेट हो गई है, लिहाज़ा लंबे समय से शहर की व्यवस्था में नासूर बन चुके हालात सुधारने की क़वायद तेज़ी से शुरू हो गई है। इसी कड़ी में निगम प्रशासन ने शहर की प्रमुख सड़कों के अलावा भीतरी गली-मोहल्लों में बनी नालियों के ऊपर जिन लोगोन ने भी पेंओठा या सीढ़ी बनाकर अतिक्रमण किया है, उसे हटाने के लिए नोटिस चस्पा करना शुरू कर दिया है, इस नोटिस में स्पष्ट तौर पर हिदायत दी जा रही है कि 24 घंटे के भीतर नालियों के ऊपर किये गये अतिक्रमण हटा लें अन्यथा निगम द्वारा अतिक्रमण हटाया जायेगा और संबंधित व्यक्ति या संस्थान से हरजाना भी वसूला जायेगा।
शहर की पंगु हो चुकी व्यवस्था को ठीक करने के लिए निगम प्रशासन की इस पहल का स्वागत करते हुए सभी शहरवासियों को सहयोगी की भूमिका निभानी चाहिए, क्योंकि हर शहरवासी चाहता है कि शहर में फुटपाथ और नालियां अतिक्रमण से मुक्त हों, जिससे कि प्रमुख मार्गों से लेकर गली मोहल्लों तक में लगने वाले जाम से स्थायी तौर पर मुक्ति मिल सके। यहां निगम प्रशासन को चाहिए कि शहर के सदर बाज़ार, पैलेस रोड, सुभाष चौक, गौरीशंकर मंदिर रोड, महात्मा गांधी (एमजी)रोड, कोतरा रोड, कोतवाली रोड, गर्ल्स कॉलेज रोड, हंडी चौक, बूजीभवन रोड, श्याम टॉकीज़ रोड के दोनों तरफ़ बने नाले नालियों के ऊपर का अतिक्रमण पहले हटाये क्योंकि सबसे बड़ी समस्या तो यहीं से शुरू होती है, इसी के साथ साथ भीतरी ईलाक़ों में भी यह कार्रवाई जारी रहनी चाहिए। लंबे समय से शहर की सड़कों के दोनों तरफ़ की ऐसी सर्जरी की ज़रूरत महसूस की जा रही है।