22 सितंबर से होगा महाराजा अग्रसेन जयंति महोत्सव का आग़ाज़
अग्रकुल प्रवर्तक और एक ईंट एक रुपया के सिद्धांत के ज़रिये समाजवाद की नींव रखने वाले महाराजा अग्रसेन की जयंति समारोह को लेकर रायगढ़ के अग्र समाज के बीच हमेशा की तरह इस साल भी बेइंतहा उत्साह देखा जा रहा है, 11 सितंबर बुधवार की शाम अग्रोहा भवन में अग्रसेन जयंति आयोजन समिति ने समारोह की रूपरेखा पर आधारित सामाजिक पत्रिका सह स्मारिका का विमोचन समाज के वरिष्ठजनों की गरिमामय मौजूदगी के बीच संपन्न कराया, सबसे पहले समाज के वरिष्ठ जनों ने अग्रोहा भवन में स्थापित महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा की पूजा अर्चना कर दीप प्रज्जवलित किया, फिर अग्र समाज के सभी वरिष्ठ जनों को मंचासीन कर स्वागत की परंपरा का निर्वहन किया गया, स्वागत कार्यक्रम के बाद इस साल के अग्रसेन जयंति समारोह की पत्रिका के विमोचन की औपचारिकता पूरे जोश उत्साह और गरिमा के साथ पूरी की गई, इस साल अग्रसेन जयंति समारोह का आयोजन दस की बजाय बारह दिनों का होगा, जो कि 22 सितंबर से 4 अक्टूबर तक किया जाना तय हुआ है, बड़े सास्कृतिक आयोजनों को नगर निगम ऑडिटोरियम में किया जायेगा, इस साल गांधी गंज में अग्रसेन जयंति से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। आयोजन इसके अलावा भी महिलाओं, बच्चों और युवाओं के लिए कई कार्यक्रम भी अलग अलग जगहों पर संपन्न कराये जायेंगे, अग्रसेन जयंति महोत्सव का सबसे ख़ास आकर्षण शोभायात्रा को इस साल ऐतिहासिक बनाने का भी निर्णय लिया गया है।
इस साल की महाराजा अग्रसेन जयंति के आयोजन के लिये कई चरणों मे बैठकों का दौर चला, जिसमें 12 दिनों के आयोजन के दौरान किये जाने वाले सामाजिक, सांस्कृतिक और खेल कार्यक्रमों को सर्व सम्मति से तय करते हुए अंतिम रूप दिया गया है, शहर के अलग अलग ज़ोन में बैठकें आयोजित कर प्रभारियों को दायित्व सौंपा जा चुका है।अग्रसेन जयंति महोत्सव के आयोजन को लेकर अग्र समाज का हर वर्ग एकजुटता के साथ उत्साहित है और उसी उत्साह के साथ समारोह के हर आयोजनों में शामिल भी हो रहे हैं।
इस साल की अग्रसेन जयंति का शानदार आग़ाज़ अग्र समाज के उन जोड़ों के सम्मान के साथ होगा, जिन्होंने संग साथ के पचास बरस पूरे कर लिए हैं या दो चार महीने में शादी के पचास साल पूरे करने जा रहे हैं। इस बार के अग्रसेन जयंति महोत्सव के दौरान छत्तीसगढ़ में अग्र समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायकों सांसदों के सम्मान का भी निर्णय लिया गया है। पूरे समारोह के लिए कविता बेरीवाल दिव्य शक्ति, आशा अग्रवाल टाईटन, मनीष पालीवाल गांधीगंज और बजरंग अग्रवाल विश्व हिंदू परिषद को प्रभारी संचालक की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।