संजय काम्प्लेक्स को अतिक्रमण मुक्त करने में जिला और निगम प्रशासन बना हुआ है लाचार
संजय काम्प्लेक्स दैनिक सब्ज़ी बाज़ार को लेकर पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने अपने कार्यकाल में संजीदगी दिखाई थी, जिसकी बदौलत आने जाने के लिए चारों तरफ़ सीसी सड़क बन सकी। तब से लेकर अब तक महापौर, विधायक, पार्षद, मंत्री, कलेक्टर, कमिश्नर किसी ने भी संजय काम्प्लेक्स दैनिक बाज़ार को लेकर संवेदनशीलता नहीं दिखाई, इसीलिए व्यवस्थाओं के लिहाज़ से संजय काम्प्लेक्स दैनिक बाज़ार पूरी तरह उपेक्षित है और चौतरफ़ा अतिक्रमण से बुरी तरह घिर चुका है। शांति लाज की तरफ़ से घुसते हैं तो दोनों तरफ़ फल वालों का अतिक्रमण, डाक्टर अजय गुप्ता की क्लीनिक के सामने टटरा दुकान की तरफ़ से घुसते हैं तो कपड़ा, सब्ज़ी, आलू-प्याज की दुकानों का अतिक्रमण, श्याम मंदिर के पीछे की तरफ़ से घुसते हैं तो सब्ज़ी पसरों मनिहारी दुकानों का अतिक्रमण, अस्पताल के सामने की तरफ़ से घुसते हैं तो श्याम मंदिर तक फल सब्ज़ी अंडा दुकान वालों का अतिक्रमण और इसके अलावा भीतर की तरफ़ निगम की दुकान में कपड़ा राशन दुकान संचालित करने वालों ने पूरे बरामदे में अतिक्रमण कर रखा है। इसके अलावा भीतर की तरफ़ ही मनिहारी, किराना, होटल और सब्ज़ी व्यापारी भी अतिक्रमण के मामले में पीछे नहीं हैं।
अभी कुछ दिनों पहले फुटकर फल सब्ज़ी विक्रेता संघ ने अतिक्रमण की शिक़ायत लेकर निगम में हल्ला बोला था, एक दिन पहले निगम की टीम ने एक हिस्से के अतिक्रमण का जायज़ा तो लिया, मगर संजय काम्प्लेक्स के चारों तरफ़ अतिक्रमण का सर्वे करना ज़रूरी नहीं समझा। जबकि सच्चाई ये है कि संजय काम्प्लेक्स की सभी नालियां अतिक्रमण की शिकार हैं, इन नालियों में पानी का जमाव होना स्वाभाविक है, क्योंकि अतिक्रमण की वजह से सफ़ाई हो ही नहीं पाती। सबको पता है कि डेंगू के संक्रमण को लेकर रायगढ़ शहर संवेदनशील बना हुआ है, तो क्या संजय काम्प्लेक्स दैनिक बाज़ार को डेंगू का हॉट-स्पॉट बनाने की दिशा में काम चल रहा है।
बहरहाल, संजय काम्प्लेक्स दैनिक बाज़ार को चौतरफ़ा अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए फुटकर फल सब्ज़ी विक्रेता संघ की मांग को कलेक्टर और कमिश्नर गंभीरता से लें, पहली बार ऐसा हुआ है कि फल सब्ज़ी विक्रेता संघ ने अतिक्रमण हटाने ख़ुद आगे आकर मुहिम छेड़ी है। अतिक्रमण हटाते समय बस इतना ध्यान रखा जाना चाहिए कि रूल-रेग्युलेशन का पालन का नज़रिया अतिक्रमणकारियों का चेहरा या पहुंच देखकर नहीं, सबके लिए बराबर हो। इस दैनिक बाज़ार से उनकी भी पड़ताल होनी चाहिए जिन्हें पटेलपाली होलसेल मंडी में जगह मिली हुई है और यहां भी उनके कब्जे बने हुए हैं। अभी कुछ महीनों से संजय काम्प्लेक्स दैनिक बाज़ार में किये गये कब्ज़ों की ख़रीदी बिक्री भी जमकर हो रही है, इसकी जांच भी होनी चाहिए। संजय काम्प्लेक्स दैनिक बाज़ार को अतिक्रमण से मुक्त कराने आगे आये फुटकर फल सब्ज़ी विक्रेता संघ को साधुवाद देना तो बनता है।