
रेखा जैन जन्म शताब्दी के अवसर पर इप्टा द्वारा सात दिवसीय बालरंग कार्यशाला एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में दिल्ली इप्टा के साथी क्षितिज द्वारा “पुस्तक राज” नाटक, पाश की रचना एवं एक छत्तीसगढ़ी लोकगीत की रचना की गई। इस कार्यशाला में जेएनयू इप्टा के साथी संतोष ने भी भाग लिया, जिन्होंने सोशल मीडिया के लिए योगदान दिया। इस कार्यशाला में लिटिल इप्टा एवं झाबरी बस्ती के बच्चों ने भाग लिया। राष्ट्रीय संगोष्ठी की मुख्य अतिथि कीर्ति जैन, तनवीर अख़्तर, राकेश वेदा, उषा आठले, रणेंद्र, उपेंद्र कुमार, सुमन श्रीवास्तव, ओम प्रकाश नदीम एवं अनादि आठले ने शामिल होकर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। राष्ट्रीय संगोष्ठी में कीर्ति जैन ने इप्टा जमशेदपुर की टी-शर्ट का विमोचन भी किया। विगत 9 जून सोमवार को बिरसा मुंडा पर समर्पित कार्यशाला का समापन समारोह आदिवासी संस्कृति केंद्र में हुआ, जिसमें अवतार सिंह संधू ‘पाश’ द्वारा रचित नाटक “लाख की नाक” और “पुस्तक राज” का प्रदर्शन किया गया, तत्पश्चात छत्तीसगढ़ी गीत प्रस्तुत किया गया। अंत में तनवीर अख़्तर, शशि कुमार, उपेंद्र कुमार और अंजलि बोस द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।












