‘बेस्ट ऑर्थाेपेडिक सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल‘ का हुआ शुभारंभ
रायपुर/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को अधिक बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र की भागीदारी भी ज़रूरी है, छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद से अब तक प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेज़ी से विस्तार हुआ है, लेकिन अभी भी काफी कुछ करने की ज़रूरत है, राज्य सरकार का यह प्रयास है कि प्रदेश के नागरिकों को विशेष रूप से दूरस्थ अंचलों के मरीज़ों को भी अच्छी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
रविवार को मुख्यमंत्री राजधानी रायपुर के रिंग रोड नंबर एक तेलीबांधा थाने के पास ‘बेस्ट ऑर्थाेपेडिक सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल‘ का शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अस्पताल छत्तीसगढ़ के लोगों को बेहतर इलाज की सुविधाएं मुहैया कराएगा, आज राजधानी रायपुर में हड्डी रोग के इलाज के लिए एक और अच्छी सुविधा उपलब्ध हो रही है। उन्होंने सभी लोगों को हरेली की शुभकामनाएं और बधाई भी दीं।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इसमें ज़रूरतमंद मरीजों को पांच लाख रूपए तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने आगे कहा कि ज़रूरतमंद मरीज़ों को इलाज कराने के लिए वे अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत से ही सक्रिय रहे हैं, सांसद विधायक और केन्द्रीय राज्य मंत्री रहते हुए उन्होंने अनेक मरीज़ों का इलाज कराया है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री राहत कोष के माध्यम से इलाज के लिए राशि स्वीकृत होने पर सात दिन के अंदर संबंधित अस्पताल को राशि उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से आग्रह किया कि आने वाले समय में ज़रूरतमंद मरीज़ों को राज्य और केन्द्र सरकार की योजनाओं के तहत इलाज के लिए इस अस्पताल में भी भेजा जाएगा। उम्मीद है कि ऐसे मरीज़ों को यहां अच्छे इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
विधायक मोती लाल साहू ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया और लोगों को रायपुर में हड्डी रोग के इलाज के लिए उत्कृष्ट हास्पिटल की स्थापना पर बधाई दीं। अस्पताल के संचालकों ने अस्पताल में हड्डी रोग चिकित्सा की आधुनिक सुविधाओं के बारे में जानकारी दी।
इस ख़ास अवसर पर विधायक मोतीलाल साहू, वार्ड पार्षद श्रीमती शीतल, हॉस्पिटल के डॉ. अमित अग्रवाल, डॉ. प्रवीण अग्रवाल, डॉ. रोहित कनोई, डॉ. सुनील देवांगन, डॉ. सौरभ श्रीवास्तव सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे।