कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बीते आठ और नौ अगस्त की दरमियानी रात ट्रेनी डाक्टर चेस्ट फीजिशियन के बलात्कार और बर्बर हत्याकांड को लेकर पूरे देश में अपराधियों के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा दिखाई दे रहा है, समाज का हर तबका अपने अपने शहर गांव में सामूहिक विरोध का स्वर पूरी ताक़त के साथ बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है, इन विरोध के स्वरों में अपराधियों को फांसी और सिस्टम में सुधार की मांग की जा रही है, जिससे कि ऐसे जघन्य अपराधों पर अंकुश लग सके और हर बहन बेटी की सुरक्षा के लिए देश में बेहतर माहौल बन सके।
बीते मंगलवार की शाम सेवानिवृत्त शिक्षाविद् रंगकर्मी कल्याणी मुखर्जी की पहल पर सार्वजनिक रेल्वे दुर्गा पूजा समिति से जुड़ी महिलाओं और पदाधिकारियों के साथ ही बंगाली समाज के लोगों ने मिलकर कोलकाता के निर्भया कांड के विरोध में कैंडल मार्च निकाला, रेल्वे दुर्गा पंडाल परिसर से कैंडल मार्च की शुरुआत हुई, जिसका समापन एसपी आफ़िस के पास स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा के पास हुआ, इस प्रोटेस्ट मार्च के ज़रिए समूचे बंगाली समाज ने भी कोलकाता की निर्भया को न्याय दिलाने के लिए अपनी आवाज़ सामूहिक रूप से बुलंद की है। महात्मा गांधी प्रतिमा के पास पहुंचकर बांग्ला गीतों के जरिए भी कोलकाता कांड के विरोध में आवाज़ उठाई गई। तक़रीबन एक घंटे के प्रोटेस्ट मार्च में सभी वर्ग के लोगों ने शामिल होकर कोलकाता की निर्भया के प्रति अपनी मानवीय संवेदना का परिचय दिया।