लाडली बेटी की याद में पैरेंट्स ने बनाया लाक्या फ़ाऊंडेशन
21 अगस्त को संपन्न हुई बेटियों की चित्रकला प्रतियोगिता
महज़ चौदह साल की उम्र में बेहद प्यारी और प्रतिभावान बेटी लाक्या साहू ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था, माता-पिता और परिवारजनों के लिए ये दुख असहनीय ज़रूर था, मगर एक समय के बाद माता-पिता ने अपनी बिटिया की यादों को ज़िंदा रखने के लिए लाक्या फ़ाऊंडेशन की स्थापना की, इस फ़ाऊंडेशन के जरिए चित्रकला सहित दूसरी रचनात्मक गतिविधियां संचालित की जाती हैं, साथ ही समय समय पर निर्धन परिवारों की बेटियों की पढ़ाई लिखाई और शादी ब्याह में भी साईलेंट रहकर मदद की जाती है। दिवंगत लाक्या के पिता ओम साहू ख़ुद कलात्मक और साहित्यिक अभिरुचि के संवेदनशील इंसान हैं, लिहाज़ा अपनी बिटिया की याद में लाक्या फ़ाऊंडेशन के जरिए वे ऐसी गतिविधियों के प्रति बेहद लगाव भी रखते हैं।
21 अगस्त लाक्या बिटिया के जन्म की तारीख़ होती है, लिहाज़ा उसके जाने के बाद इसी तारीख़ को कुछ ना कुछ रचनात्मक आयोजन ज़रूर होते हैं, इस साल भी बीते बुधवार को ट्रिनिटी होटल में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें अलग अलग उम्र के तक़रीबन सवा सौ बच्चों ने पंजीयन कराया था, जिसमें से लगभग सौ बच्चे शामिल हुए। सभी बच्चों ने अपनी कल्पनाशीलता से काग़ज़ पर एक से बढ़कर एक चित्र उकेरे, जिसे निर्णायकों ने देखा और ख़ूब सराहा। चित्रकला प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी के माता-पिता सुभाष और आशा त्रिपाठी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए, मंच पर मौजूद सभी अतिथियों ने लाक्या फ़ाऊंडेशन की ऐसी पहल को सराहते हुए कहा कि “इन आयोजनों की वजह से लाक्या बेटी की मौजूदगी का आभास हमेशा होता रहेगा।,”