उमेश के नेतृत्व में पीड़िता के घर पहुंचा कांग्रेस डेलीगेशन
रक्षाबंधन की रात मीनाबाज़ार का मेला देखकर लौट रही आदिवासी युवती के साथ पुसौर में गैंगरेप की जो घिनौनी वारदात हुई, उसे लेकर पुलिस ने ना केवल गंभीरता से लिया, बल्कि आरोपियों की धरपकड़ में भी तत्परता दिखाई, जिसका परिणाम ये हुआ कि ज़्यादातर आरोपियों की गिरफ़्तारी के बाद जेल की सलाखों तक पहुंचा दिया गया है, जबकि इसी मामले में एक फ़रार नाबालिग आरोपी की मौत हो चुकी है। इस घटना में ऐसा माना जा रहा है कि कुछ आरोपी और हो सकते हैं, जिसकी पड़ताल पीड़िता के बयानों के आधार पर की जा रही है।
ये तो हुई गैंगरेप मामले से जुड़ी पुलिसिया अपडेट, इसी मामले में विपक्षी दल कांग्रेस और सत्ताधारी दल भाजपा के बीच जंग छिड़ती नज़र आने लगी है, बीते गुरूवार को रायगढ़ विधायक और प्रदेश के केबिनेट मंत्री ओपी चौधरी भाजपा कार्यालय में आयोजित सदस्यता अभियान में शामिल हुए, फिर पुसौर मामले को लेकर मीडिया से भी मुख़ातिब हुए, इस दौरान पहली बार ओपी चौधरी काफ़ी परेशान भी दिखाई दिये, मीडिया को बाईट देते समय उन्होंने पुसौर मामले में रायगढ़ पुलिस की तत्परता को लेकर संतोष ज़ाहिर किया साथ ही सरकार की तरफ़ से स्पष्ट कर दिया कि “पीड़िता की सुरक्षा और हर तरह की मदद के लिए सरकार संवेदनशील है, पुलिस और प्रशासन को इस मामले में ज़रूरी दिशा निर्देश दिये जा रहे हैं।” ओपी चौधरी ने यह भी कहा कि “गैंगरेप की पीड़िता की पहचान उजागर ना हो और उनके परिवारजनों को असहज हालातों का सामना ना करना पड़े, इसलिए हम लोग फ़िलहाल ज़्यादा मुलाक़ात के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन पीड़िता की मदद के साथ ही उसे न्याय दिलाने के लिए लगे हुए हैं।”
जिस समय ओपी चौधरी भाजपा कार्यालय में मीडिया बाईट दे रहे थे, उसी समय खरसिया विधायक और पूर्व मंत्री उमेश पटेल के नेतृत्व मे कांग्रेस का एक दल गैंगरेप की पीड़िता आदिवासी युवती के घर मुलाक़ात करने पहुंचा हुआ था, कांग्रेस ने इस मामले को लेकर क़ानून व्यवस्था के लिहाज़ से सरकार की लचर भूमिका को मुद्दा बनाने की तैयारी में है, चूंकि गैंगरेप की वारदात वित्तमंत्री ओपी चौधरी के विधानसभा क्षेत्र में हुई है, इसलिए ज़ाहिर है कि कांग्रेस के निशाना सीधे सीधे ओपी चौधरी पर लगाया जायेगा।
बहरहाल, आने वाले दिनों में पुसौर गैंगरेप की दूर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच रायगढ़ से होते हुए राजधानी रायपुर तक जमकर राजनैतिक संग्राम छिड़ने वाला है, अगर इस घटना की आंच दिल्ली तक भी पहुंच जाये तो कोई बड़ी बात नहीं होगी।