
आज बुधवार को रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद के हवाले से अच्छी ख़बर ये आई है कि रायगढ़ में एयरपोर्ट निर्माण के लिए उन्होंने उड्डयन मंत्री से आत्मीय मुलाक़ात कर एक आग्रह पत्र सौंपा है। क्षेत्र की जनता को बड़ी ख़ुशी हुई जानकर कि उनके द्वारा चुना हुआ सांसद अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा गंभीर रहकर काम करता है। चूंकि रायगढ़ लोकसभा अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित सीट है और हमारे निर्वाचित सांसद राधेश्याम राठिया भारतीय जनता पार्टी के बेहद सक्रिय युवा आदिवासी नेता हैं, लिहाज़ा लोगों की इस ख़ुशी में हज़ारों गुना ईज़ाफ़ा तब और हो जाता जब संसद के मौजूदा मानसून सत्र में वो महाजेंको के लिए एमडीओ अदाणी द्वारा मुड़ागांव सराईटोला काटे जा चुके हज़ारों पेड़ों के ख़िलाफ़ मामला उठाया होता, संसद में हे बताया होता कि गारे पेलमा सेक्टर टू के कारण आदिवासियों का जंगल आधारित जनजीवन कैसे तहस नहस होने वाला है और कैसे तमनार क्षेत्र के आदिवासी परिवार अपने अस्तित्व को बचाने के लिए महाजेंको और उसके एमडीओ अदाणी के ख़िलाफ़ संघर्ष कर रहे हैं।
रायगढ़ से लोकसभा सदस्य सांसद राधेश्याम राठिया जी अगर संसद में ये बताते कि घरघोड़ा तहसील क्षेत्र अंतर्गत डोकरबुड़ा के खसरा नंबर 206,207/1,207/2 में ब्लैक डायमंड एक्सप्लोसिव्स कंपनी द्वारा नॉन-एक्सप्लोसिव्ह भंडारण के लिए डायवर्सन करा लिया है, क्षेत्र के लोगों को आशंका है कि भविष्य में यहां एक्सप्लोसिव्ह का भंडारण किया जायेगा, जिसे अनुसूचित जनजाति बाहुल्य इलाक़े में परेशानी खड़ी हो सकती है। लेकिन हमारे द्वारा चुने हुए भाजपा के सांसद ने ना तो महाजेंकों के एमडीओ अदाणी द्वारा काटे गये जंगल के खिलाफ़ आवाज़ उठाई और ना ही ब्लैक डायमंड का ही खुलकर विरोध किया, इसलिए रायगढ़ में एयरपोर्ट के लिए उनके द्वारा नागरिक उड्डयन मंत्री से मिलकर आग्रह पत्र दिये जाने की ख़बर की ख़ुशी उतनी नहीं हो पा रही है जितनी कि होनी चाहिए थी।