
रायगढ़ जिले में रथ यात्रा का इतिहास 140 साल से भी पुराना है, शहर के लगभग सभी छोटे बड़े मोहल्लों में रथयात्रा दस दिनों तक आयोजित की जाती रही है, लेकिन बीते 3 सालों से रायगढ़ में इस्कॉन द्वारा बाहुड़ा रथ यात्रा एक नए तरीके से आयोजित की जा रही है, जिसे देखने के लिए लोगों की भी सड़कों के किनारे जमा हो जाती है, इसमें हरि नाम का कीर्तन करते हुए बच्चों से लेकर युवा बुज़ुर्ग, महिला पुरूष तक सभी रथ के आगे चलते हैं, कुछ वाद्य यंत्र बजाते हुए तो कुछ लोग गाते हुए हरिराम का कीर्तन करते रथ यात्रा की शोभा बढ़ाते हैं। इस साल भी बाहुड़ा रथ यात्रा इस्कॉन प्रचार केंद्र रायगढ़ के सानिध्य में मालीडीपा ,राधा विहार कॉलोनी, बोइरदादर स्थित विनोद महाराणा प्रभुजी के स्वयं सेवित जगन्नाथ जी एवं स्वयं से निर्मित रथ को उनके निवास स्थान से जगन्नाथ रथ यात्रा एवं बाहुड़ा रथ यात्रा महोत्सव का आयोजन पूरे हर्षोल्लास के साथ आयोजित की गई।




ग़ौरतलब है कि भक्त हरि नाम संकीर्तन और नृत्य के साथ महाप्रभु का स्वागत करते हैं, यह महा महोत्सव गत तीन वर्षों से आयोजित किया जा रहा, इन दस दिनों में श्री जगन्नाथ महाप्रभु के दस अवतारों का श्रृंगार होता है, बाहुडा के बाद सुनावेश (सोनाभेष) का दर्शन होता है।
इस्कॉन प्रचार केंद्र रायगढ़ पिछले तीन वर्षों कार्यरत है, विगत तीन वर्षों में कई आयोजन भव्य तरीके से इस्कॉन रायगढ़ आयोजित करते आ रहा है, जिसमें जन्माष्टमी, राधा अष्टमी, रथ यात्रा, गौर पूर्णिमा रथ यात्रा आदि शामिल हैं। विगत तीन वर्षों में इस्कॉन प्रचार केंद्र रायगढ़ भक्तों में भक्ति भावना का प्रचार करने में सफल रहा है साथ ही श्रीमद् भागवत गीता और भगवतम की के लिए प्रेम एवं रुचि जागृत कर रहा है, इस वर्ष भी कृष्ण जन्माष्टमी का महा महोत्सव भव्य रूप में करने का प्रस्ताव रखा गया है।
ये भी ग़ौरतलब है कि इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) प्रचार केंद्र हरे कृष्ण आंदोलन के तहत एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जो भक्ति योग और कृष्ण भावनामृत को बढ़ावा देने के लिए काम करता है, राजा महल के सामने देवयानी महल में बीते तीन साल से केंद्र संचालित है, जहां हर दिन भक्तिमय माहौल में भजन कीर्तन और नाम संकीर्तन के आयोजन होते हैं, जो भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव के साथ साथ चेतना प्रदान करते हैं, केंद्र में नियमित रूप से प्रवचन और व्याख्यान भी आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भगवद गीता और अन्य वैदिक ग्रंथों की शिक्षा पर चर्चा की जाती है, इस्कॉन प्रचार केंद्र में प्रसाद और साहित्य का वितरण किया जाता है, जिससे लोगों को कृष्ण भावनामृत के बारे में जानने का अवसर मिलता है।
इस्कॉन प्रचार केंद्र रायगढ़ द्वारा लोगों में आध्यात्मिक चेतना विकसित करने बल दिया जाता है। आजकल शहर में लोग जन्मदिन और ऐसे दूसरे आयोजन बाहर करने की अपेक्षा अपने यहां हरि नाम संकीर्तन इस्कॉन द्वारा आयोजित करवा रहे हैं, ख़ुद इस्कॉन केंद्र में बच्चों और व्यस्कों के लिए शिक्षा और संस्कार कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जो उन्हें आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों से जोड़ते हैं। इस्कॉन प्रचार केंद्र भोजन वितरण, स्वास्थ्य शिविर जैसी दूसरी सामुदायिक सेवा गतिविधियों में भी शामिल होता है, इन गतिविधियों के जरिए इस्कॉन प्रचार केंद्र लोगों को कृष्ण भावनामृत के मार्ग पर चलने और आध्यात्मिक चेतना विकसित करने में मदद करता है।