
प्रदेश में भाजपा सरकार को सत्ता में आए हुए अभी दो साल भी नहीं हुए हैं और ग़रीबों के घरों को उजाड़ने का एकसूत्रीय कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है, ताज़ा मामला रायगढ़ विधानसभा के नगर निगम अंतर्गत वार्ड क्रमांक 29 का है, जहां कुछ दिन पहले नगर निगम द्वारा लगभग 300 परिवारों को घर तोड़ने का नोटिस जारी करते हुए जल्द से जल्द घर खाली करने को कहा गया है, जिसके बाद से वार्ड ही नहीं बल्कि पूरे शहर में इसकी चर्चा होनी शुरू हो गई है। शासन प्रशासन द्वारा वार्ड क्रमांक 29 के रहवासियों को घर खाली करने के नाम पर भयभीत किया जा रहा है, लोगों में शासन प्रशासन का डर इस बुरी तरह घर कर गया है कि डर की वजह से एक महिला की मौत भी हो गई है।
इस संवेदनशील मामले को देखते हुए युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशीष जायसवाल ने पहले तो वार्ड क्रमांक 29 में घर तोड़े जाने के भय से मृत हुई महिला को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी, वहीं उन्होंने कहा कि “केंद्र और राज्य पर भाजपा नेतृत्व की सरकार है, ऐसे में भाजपा और इनके इशारों पर चलने वाला प्रशासन बेलगाम हो गया है, रायपुर जिला में सांसद बृजमोहन अग्रवाल के विधानसभा और धरसीवां विधानसभा के अलावा महासमुंद जिला के बसना सहित अन्य स्थानों में ग़रीबों के आशियानों को उजाड़ने का मामला भी सबके सामने है। अब रायगढ़ जिले में भी कथित विकास के नाम पर ग़रीबों के घरौंदे उजाड़ने की क़वायद शुरू हो गई है, सत्ता में बैठे लोग ग़रीब विरोधी हो गये हैं।” आशीष जायसवाल ने कहा है कि “शहर को सुंदर बनाना है तो पहले से जो अव्यवस्था है उस पर ध्यान दिया जाना चाहिए, पुराना मरीन ड्राइव हो या जिले के पर्यटन स्थल, अव्यवस्था के चंगुल में जकड़े हुए हैं, शासन प्रशासन पहले तो इन्हें व्यवस्थित करे। भाजपा का पुराना इतिहास है, जब भी वो सत्ता में आती है ग़रीबों के साथ अत्याचार करती है। वर्तमान में तो भाजपा सरकार द्वारा ग़रीबों को बेघर करने का एक सूत्रीय कार्यक्रम चल रहा है जो कि निंदनीय है। रायगढ़ में अगर वक्त रहते प्रशासन इस तरह के जनविरोधी कृत्य पर गरीबों के हित में लगाम नहीं लगाती, तो युवा कांग्रेस सड़कों पर उतरकर ग़रीबों के घरौंदे बचाने के लिए आंदोलन भी करेगी।