मुरारी द किचन और एन डेकोर के अग्निकांड की चपेट में आया लाखों का सामान

शनिवार और रविवार की दरमियानी रात ढिमरापुर क्षेत्र से भीषण अग्निकांड की ख़बर निकलकर आई, मुरारी द किचन और एन डेकोर में लगी भीषण आग की ख़बर मिलते ही पुलिस और दमकल की टीम मौक़े पर पहुंची, चूंकि आग की भयावहता लगातार बढ़ती जा रही थी, लिहाज़ा दमकल की टीम को आग पर क़ाबू पाने के लिए काफ़ी मशक्क़त करनी पड़ी और अंततः आग पर पूरी तरह क़ाबू पा लिया गया। इस अग्निकांड में दोनों निजी संस्थानों में रखा लाखों का सामान जलकर ख़ाक हो गया। चूंकि अग्निकांड की चपेट में आये होटल मुरारी द किचन से लगकर तीन सितारा होटल अकार्ड भी संचालित है, लिहाज़ा तेज़ी से बढ़ती आग को देखते हुए अकार्ड होटल प्रबंधन भी हरक़त में आ गया, तात्कालिक तौर पर इस होटल की तरफ़ से भी पानी की बौछार मारी गई और जब दमकल की टीम पहुंची तो सुनियोजित तरीक़े से आग पर क़ाबू पाने के लिए मशक्कत शुरू हुई। इस अग्निकांड का दायरा काफी बढ़ सकता था, मगर ग़नीमत रही कि समय रहते विषम हालात पर नियंत्रण पा लिया गया और आग का दायरा महज़ दो संस्थानों तक सीमित रह गया। आग लगने की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है, मगर आशंका शार्ट सर्किट की जताई जा रही है। बहरहाल इस अग्निकांड को लेकर पुलिस की तफ़्तीश भी जारी है।

शहर में भीषण अग्निकांड के इस हादसे ने एक बार फिर नगर निगम प्रबंधन को आगाह कर दिया है, बेहतर होगा अब होटलों और बड़े संस्थानों में अग्नि सुरक्षा उपायों की जांच के लिए अभियान चलाकर निगम प्रशासन अपनी ज़िम्मेदारी निभाए, जांच उन होटलों की होनी चाहिए जिनके बेसमेंट में किचन है और जहां बिना पर्याप्त सुरक्षा उपायों के एलपीजी गैस सिलेंडर्स का उपयोग होता है साथ ही उन संस्थानों की भी पड़ताल ज़रूरी है जो अपनी बिल्डिंग के वैध अवैध बेसमेंट का उपयोग डीजी सेट के लिए या किचन के लिए कर रहे हैं।