संसाधनों और इंफ़्रास्ट्रक्चर को बनाया जायेगा बेहतर, ख़ाली पदों पर होगी भर्ती, नाईट शिफ़्ट की महिला स्टाफ़ के लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन करेगा परिवहन व्यवस्था
रायगढ़ विधायक और सूबे के वित्तमंत्री ओपी.चौधरी ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन एवं मूलभूत आवश्यकता जैसे संवेदनशील विषय पर शुक्रवार को अपने रायगढ़ प्रवास के दौरान लखीराम अग्रवाल स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में बैठक ली। वित्तमंत्री ने कहा कि “भविष्य की आवश्यकतानुसार मेडिकल कालेज को बेहतर इंफ़्रास्ट्रक्चर और संसाधनों के साथ सुविधायुक्त किया जा सके, इसके लिए कार्य योजना तैयार करें।” इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा आयुक्त श्रीमती किरण कौशल, कलेक्टर कार्तिकेया गोयल, एमडी सीजीएमएससी पद्मिनी भोई भी ख़ासतौर पर मौजूद रहे।
वित्तमंत्री को मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त फैकल्टी के संबंध में समीक्षा के दौरान बताया गया कि विभिन्न विभागों में फैकल्टी की कमी है, जिस पर वित्तमंत्री ने अनुमोदन प्राप्त कर भर्ती करने हेतु निर्देशित किया, ताकि पर्याप्त फैकल्टी सहित चिकित्सक उपलब्ध हो सकें। साथ ही उन्होंने नॉन टीचिंग पैरामेडिकल स्टॉफ़ नर्स, वार्ड बॉय जैसे अन्य पदों को भरने के निर्देश भी दिए। उन्होंने अलग अलग विभागों के ओपीडी, आईपीडी की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि “दूसरे मेडिकल कॉलेज की अपेक्षा यह आंकड़े कम हैं।” उन्होंने मेडिकल कॉलेज की सेवाओं को बेहतर करने के निर्देश दिए। वित्तमंत्री ने मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य की जानकारी लेते हुए परिजनों के रुकने, किचन शेड जैसी अन्य ज़रूरी सुविधाओं के विस्तार हेतु विस्तृत कार्य योजना बनाने के निर्देश भी दिए, ताकि ईलाज के लिए आने वाले मरीज़ों और उनके परिजनों को सहूलियत हो सके। दवाइयों की उपलब्धता की स्थिति के संबंध में समीक्षा पर जानकारी दी गई कि “सीजीएमएससी के माध्यम में दवाएं प्राप्त हो रही हैं, साथ ही स्थानीय स्तर पर भी ख़रीदी की जाती है।”
वित्तमंत्री ने मेडिकल कॉलेज हास्पिटल में “रेसीडेंस डॉक्टर की नियुक्ति करने और मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध मशीनों को संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि “कई बार शिक़ायत मिलती है कि डॉक्टर उपलब्ध नहीं हैं।” उन्होंने उपस्थिति के संबंध में डीन को बायोमेट्रिक की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि “आप सभी शासन का कार्य कर रहे हैं, इसलिए अपना काम पूरी ज़िम्मेदारी से करें।” इस दौरान उन्होंने अच्छा कार्य करने हेतु एनेस्थिसिया, फ़िजियोथेरिपी सहित दूसरे विभागों की सराहना भी की। वित्तमंत्री ने कहा कि “मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन के साथ ही स्टॉफ सुविधाएं बढ़ाने के लिए शासन द्वारा फंड प्रदान किया जाएगा, लेकिन व्यवस्था का संचालन बेहतर रूप में करना होगा।”
बैठक के दौरान उन्होंने आगे कहा कि “मेडिकल कॉलेज में मरीज़ों से कुशल व्यवहार के साथ उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग करें, मेडिकल कॉलेज की समस्या को जानने के साथ सुविधाओं में बढ़ोत्तरी का प्रयास किया जा रहा है, ताकि आने वाले समय में सुविधाओं को और कैसे बेहतर की जा सकती है। इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से संपूर्ण रोड मैप बनाए।
वित्तमंत्री ने नाइट शिफ़्ट में कार्य करने वाली महिला कर्मचारियों के लिए यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को दिते हुए कहा कि “रात्रि के दौरान मेडिकल कॉलेज आने जाने में महिला कर्मचारियों को काफी दिक्क़तों का सामना करना पड़ता है, इसके लिए रात्रि में ड्यूटी करने वाली महिला कर्मचारियों की संख्या जानकारी लेते हुए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन परिवहन की योजना बनाए।
वित्तमंत्री ने मेडिकल कॉलेज स्टॉफ को मोटिवेट कर कार्यकुशलता बढ़ाने और सकारात्मक वातावरण निर्मित करने को कहा। उन्होंने ये भी कहा कि मेडिकल कॉलेज के एक-एक कर सभी विभागों की अवश्यकताओं की जानकारी लेकर लिस्टिंग करें, जिसे शासन प्राथमिकता के क्रम में पूरा करेगी।