25 और 26 सितंबर की दरमियानी रात शहर में हुई एक व्यक्ति की निर्मम हत्या की ख़बर ने सबको सन्न कर दिया है। जूटमिल थाना क्षेत्र के दायरे में आने वाले गंधरी पुलिया यानि रेल्वे अंडरपास से लगे एक मकान में अधेड़ की गला रेंतकर हत्या कर दी गई। मृतक का नाम रमेश तिवारी बताया जा है, जिसका निक नेम बब्बू है। इस दिल दहलाऊ वारदात की ख़बर लगते ही पुलिस के आला अफ़सरान और थाने का स्टाफ़ मौक़े पर पहुंच गया। घटना से जुड़े सभी पहलुओं की सूक्ष्मता से पड़ताल की जा रही है। हत्याकांड की वजह और हत्याकांड को निर्ममता से अंजाम देने वाले क़ातिलों की फ़िलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है, लेकिन ऐसा अंदेशा ज़ाहिर किया जा रहा है कि पुरानी रंज़िश की वज़ह से बबलू तिवारी की जघन्य हत्या को अंजाम दिया गया है, हालांकि अपुष्ट तौर पर जो जानकारी निकलकर आ रही है, उसके मुताबिक़ मृतक बब्बू ब्याज का काम करता था, जिसकी वजह से संभवतः मोटी रक़म अपने घर में भी रखता ही होगा, इसके अलावा मृतक अपने घर में अकेला रहता था और तक़रीबन हर रोज़ पीने खाने की दावतें भी होती रहती थीं, लिहाज़ा हो सकता है हत्या के तार इन्हीं परिस्थितियों से जुड़े हों। सच क्या है ये तो पुलिस की जांच के बाद ही बेपर्दा हो सकेगा।
इस हत्याकांड से तक़रीबन 12 घंटे पहले अज्ञात आरोपियों ने टैक्सी ड्रायवर को चाकू मारकर टीपाखोल डेम के पास से कार लेकर फ़रार हो गये थे, मगर रायगढ़ पुलिस की तत्परता से वाहन तो बरामद है गई पर सभी आरोपी भाग निकले थे। अब इस हत्याकांड ने पुलिस की पेशानी पर बल ला दिया है। बहरहाल, शहर में हो रही कभी लूट, कभी मारपीट तो कभी हत्या की ऐसी वारदातों से क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं, बेहतर होगा कि बेलगाम हो चुके अपराधियों पर अंकुश लगाने पुलिस अपनी रणनीति पहले से ज़्यादा चौबंद और प्रभावी बनाकर काम करे, क्योंकि जनता को अपराधियों के भय से मुक्त और सुरक्षित महसूस कराना पुलिस की ज़िम्मेदारी है।