
सरकारी स्कूलों के बच्चों का नेत्र परीक्षण करने कलेक्टर के निर्देश
रायगढ़ कलेक्टर ने शुक्रवार की दोपहर कलेक्टोरेट सभाकक्ष में किरोड़ीमल शासकीय जिला चिकित्सालय, जीवन दीप समिति कार्यकारणी की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि “जनसामान्य को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करना हमारा प्रयास होना चाहिए।” कलेक्टर ने जिला अस्पताल एवं संबंद्ध अस्पतालों की सुविधाओं की विस्तृत जानकारी ली, उन्होंने ओपीडी, आईपीडी की समीक्षा करते हुए उसे बढ़ाने के निर्देश दिए, उन्होंने आई सर्जन की जानकारी लेते हुए स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि मोतियाबिंद सर्जरी शत-प्रतिशत होने चाहिए। इसी अवसर पर उन्होंने कहा कि “ग्रामीण अंचल एवं शासकीय स्कूलों के बच्चों के परिजन जानकारी के अभाव एवं जागरूकता की कमी के कारण अपने बच्चों के नेत्र परीक्षण से वंचित हो जाते हैं, जिससे इन स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है, लिहाज़ा स्कूली बच्चों का नेत्र परीक्षण कर उन्हें ज़रूरत के मुताबिक़ चश्मा प्रदान करना सुनिश्चित करें ताकि उनकी पढ़ाई किसी भी प्रकार से प्रभावित न हो।” इस दौरान उन्होंने दंत चिकित्सा विभाग की ओपीडी, फ़िजियोथैरेपी, टीकाकरण, मानसिक स्वास्थ्य इकाई ओपीडी, पैथोलॉजी, लैब टेस्ट, सिकल सेल टेस्ट जैसी सभी सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने टीकाकरण के लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर शिशुओं को लगने वाले समस्त टीके लगवाये जाने की बात भी कही, साथ ही उन्होंने अस्पताल में होने वाले लैब टेस्ट के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सिकल सेल की जानकारी लेते हुए अधिक से अधिक सिकल सेल का टेस्ट सुनिश्चित किये जाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने सोनोग्राफी संख्या की जानकारी लेते हुए कहा कि “मितानिनों को गर्भवती महिलाओं के संबंध में बेहतर जानकारी होती है, ऐसी महिलाओं की शत-प्रतिशत सोनोग्राफी करें और ज़रूरी होने पर महिलाओं को अस्पताल तक लाने एम्बुलेंस की सुविधा भी सुनिश्चित करें।”
कलेक्टर ने किरोड़ीमल शासकीय जिला चिकित्सालय की डायलिसिस सुविधा की जानकारी लेते हुए कहा कि “अधिक से अधिक मरीज़ों को सुविधा देने हेतु कार्य योजना बनाएं। इस दौरान जीवन दीप समिति द्वारा ब्लड बैंक हेतु फ्रीज क्रय, मर्चुरी हेतु डीप फ्रिज, जिला चिकित्सालय एवं 100 बिस्तरीय मातृ एवं शिशु अस्पताल के वाहन स्टैंड संचालन, जीवन दीप समिति के अंतर्गत कार्यरत मानव संसाधनों एवं लिफ्ट परिचालन, जिला चिकित्सालय के विभिन्न विभागों एवं कार्यक्रम हेतु कम्प्यूटर सिस्टम, लैपटाप क्रय के साथ ही मानव संसाधन जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। कलेक्टर चतुर्वेदी ने कहा कि सफाई, सुरक्षा और आहार के लिए वेंडर अधिकृत कर सुपरवाइज़र के माध्यम से मॉनिटरिंग करें ताकि सभी सुविधाएं सुचारू ढंग से संचालित हो सकें। कलेक्टर ने जीवन दीप समिति की आय-व्यय एवं समिति के माध्यम से मानव संसाधन भर्ती की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से नर्स भर्ती प्रक्रिया पूर्णता की जानकारी लेते हुए कहा कि “सभी नर्सों की पदस्थापना पारदर्शी तरीक़े से होनी चाहिए।” उन्होंने जीवनदीप समिति अंतर्गत संचालित दुकानों से प्रचलित किराया लेने संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।



इस बैठक में सीएमएचओ डॉ.अनिल कुमार जगत, सिविल सर्जन डॉ.दिनेश पटेल, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.भानू प्रताप पटेल, डीपीएम सुश्री रंजन पैंकरा सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।