
शादी ब्याह में दलाली प्रथा से सामने आता व्यावसायिक स्वरूप चिंताजनक : राकेश अग्रवाल, संस्थापक अध्यक्ष, ADCT


इसी अक्टूबर महीने की 25 और 26 तारीख़ को अग्रवाल समाज को साथ लेकर अग्रोहाधाम चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर एजुकेटेड अग्रवाल युवक युवतियों का परिचय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिसकी संपूर्ण जानकारी साझा करने के लिए बुधवार की दोपहर बाद अग्रोहाधाम के शीशराम रामदेई हॉल में औपचारिक पत्रकारवार्ता आयोजित की गई, इस पत्रकार वार्ता में कार्यक्रम के संयोजक दीपक अग्रवाल (डोरा) ने बताया कि “छत्तीसगढ़ के अलावा सीमावर्ती राज्यों ओडीशा, झारखंड, मध्यप्रदेश से भी सैकड़ों की तादाद में अग्रवाल परिवारों के अभिभावक अपने विवाह योग्य युवक युवतियों के साथ शामिल होने के लिए पंजीयन करवा चुके हैं, अब तक तक़रीबन 450 पंजीयन बायोडाटा के साथ हो चुके हैं, जिनमें से 150 परिवारों ने सम्मेलन में शामिल होने के लिए अपनी सहमति भी दे दी है, इन सभी के लिए ठहरने से लेकर भोजन की व्यवस्था 500/- की न्यूनतम राशि लेकर अग्रोहाधाम परिसर में ही की जायेगी, इसके अलावा परिचय सम्मेलन के दौरान जिन युवक युवतियों के रिश्ते जुड़ने की संभावना दोनों पक्षों द्वारा दिखाई देगी, उनके लिए अलग से मंत्रणा कक्ष की भी व्यवस्था रहेगी, जहां दोनों पक्ष को आयोजन समिति के बुज़ुर्ग सदस्यों के साथ बैठाकर पंडित पुरोहित की मौजूदगी में सार्थक परिणामों तक लाने की कोशिश होगी।”
अपनी स्पष्टवादिता के लिहाज़ से अलग पहचान रखने वाले राकेश अग्रवाल भी पत्रकार वार्ता के दौरान अग्रोहाधाम चेरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष की हैसियत से मौजूद थे, उन्होंने स्ट्रेट-फ़ारवर्ड अंदाज़ में कहा कि “शादी ब्याह के लिए दो परिवारों के बीच संबंध जोड़ने में दलाली प्रथा तेज़ी से बढ़ी है और अब इस प्रथा ने, व्यावसायिक रूप भी ले लिया है जिसके कारण समाज में तलाक़ के मामले बढ़ रहे हैं जो कि किसी भी सभ्य एजुकेटेड समाज के लिए चिंताजनक हैं, इसीलिए अग्रोहाधाम चेरिटेबल ट्रस्ट के विवाय योग्य युवक युवतियों के परिचय सम्मेलन में हमारी कोशिश रहेगी कि बेहतर की उम्मीद से शामिल होने आये अग्र परिवार पहले एक दूसरे को समझें, बच्चों के बीच अंडरस्टैंडिंग बने, फिर ऐसे संबंध हों जो निभ जायें। हमारा ये भी प्रयास होगा कि सामाजिक पारिवारिक परिस्थितियों को समझते हुए रिश्ते जुड़ें।” राकेश अग्रवाल ने ख़र्चीली शादियों को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में साफ़ कर दिया कि इस स्थिति को नियंत्रित करना चैलेंज तो है लेकिन अब समाज में जागरुकता आ रही है, रायगढ़ में भव्य अग्रोहाधाम की परिकल्पना भी इसी सोच के साथ की गई थी, हम हर मंच से शादियों में फ़िज़ूलखर्ची पर लगाम लगाने की बात हर मंच से करते रहे हैं और आगे भी करेंगे।”
परिचय सम्मेलन के दूसरे दिन 26 अक्टूबर को अग्रवाल समाज का दीपावली मिलन समारोह भी अग्रोहा धाम चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया गया है, इस बिंदु पर भी जानकारी दी गई। पत्रकार वार्ता के दौरान अग्रोहाधाम चेरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक सचिव और मौजूदा अध्यक्ष सुशील मित्तल सहित संरक्षक राधेश्याम अग्रवाल के अलावा ट्रस्टी पदाधिकारी मौजूद थे।