GSVM मेडिकल कॉलेज के पूर्व छात्रों के संग आयोजित भव्य समारोह में सम्मानित हुए युवा सर्जन डॉ राज
कानपुर में आयोजित उत्तर प्रदेश सर्जन्स एसोसिएशन मीट 2025 इस वर्ष एक विशेष उपलब्धि का साक्षी बना, जहाँ डॉ. राज कृष्ण शर्मा को सामान्य एवं लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए “यंग अचीवर्स अवॉर्ड” से सम्मानित किया गया, यह सम्मान न केवल चिकित्सा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्यों का प्रमाण है बल्कि उनके अथक परिश्रम और समाजसेवा की भावना का भी प्रतीक है। कार्यक्रम जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के अलुमनी मीट के साथ आयोजित किया गया, जहाँ देशभर से वरिष्ठ एवं युवा सर्जन उपस्थित रहे। ग़ौरतलब है कि डॉ. राजकृष्ण शर्मा ने इसी प्रतिष्ठित जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, कानपुर से एम.एस. जनरल सर्जरी की डिग्री प्राप्त की थी, ख़ास बात यह है कि उन्होंने ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम में प्रथम प्रयास में चयन पाकर अपनी प्रतिभा और लगन का परिचय पहले ही दे दिया था।
डॉ. राज कृष्ण शर्मा पिछले कई वर्षों से छत्तीसगढ़ के रायगढ़ शहर में सक्रिय रूप से सेवाएं दे रहे हैं,उन्होंने वहाँ न केवल उन्नत और आधुनिक सर्जिकल तकनीकों को शुरू किया बल्कि अनेक युवा चिकित्सकों को इन नई प्रक्रियाओं में प्रशिक्षित भी किया। शहर में उन्नत सर्जिकल सुविधाओं की कमी को देखते हुए उन्होंने इसे अपना कर्तव्य समझा और सर्जरी की अत्याधुनिक तक़नीकों को सरल और सुलभ बनाया, उनके प्रयासों से आज रायगढ़ में कई जटिल सर्जिकल प्रक्रियाएँ सफलतापूर्वक की जा रही हैं।
वर्तमान में डॉ. शर्मा अपना अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस 100 बेड का राजप्रिय हास्पिटल संचालित कर रहे हैं, जहाँ अत्याधुनिक उपकरणों और विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम के साथ वे हर वर्ग के रोगियों को गुणवत्तापूर्ण किफ़ायती और भरोसेमंद उपचार प्रदान कर रहे हैं, उनकी प्राथमिकता हमेशा से यह रही है कि प्रत्येक मरीज़ को बिना किसी आर्थिक दबाव के सर्वश्रेष्ठ उपचार मिले। डॉ. राजकृष्ण शर्मा की सफलता कहानी इसलिए भी प्रेरणादायी है क्योंकि वे एक बेहद साधारण मगर संघर्षशील और विनम्र पारिवारिक पृष्ठभूमि से आते हैं, सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने अपनी मेहनत, अनुशासन और दृढ़ संकल्प के बल पर चिकित्सा क्षेत्र में उच्च स्थान बनाया। समाज के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा, मरीज़ों के प्रति करुणा और आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के लिए हमेशा उपलब्ध रहने की उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें समाज में विशिष्ट पहचान दिलाई है, डॉ. राजकृष्ण शर्मा की यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है और चिकित्सा जगत में उनका योगदान मील का पत्थर माना जाएगा।
GSVM मेडिकल कॉलेज के समारोह में मौजूद वरिष्ठ सर्जनों ने डॉ. शर्मा की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि “ऐसे युवा चिकित्सक चिकित्सा जगत का भविष्य सुरक्षित करते हैं।” वहीं डॉ. शर्मा ने सम्मान प्राप्त करते हुए कहा कि “मेरे लिए यह केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि समाज और चिकित्सा क्षेत्र के प्रति मेरी ज़िम्मेदारियों को बढ़ाने वाला प्रेरणापुंज है।”

























































