रायगढ़ में फ़ेडरेशन की हड़ताल में दिखी कर्मचारी संगठनों की एकजुटता
अपनी पूर्व घोषणा के मुताबिक छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फ़ेडरेशन ने शुक्रवार को एक दिवसीय कलम बंद काम बंद प्रदेशव्यापी हड़ताल को एकजुटता के साथ अंजाम दिया। फ़ेडरेशन के रायगढ़ जिला संयोजक आशीष रंगारी के नेतृत्व में सभी कर्मचारी संगठनों की सामूहिक सहभागिता से हड़ताल सफल रही। शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम में फ़ेडरेशन का धरना कार्यक्रम हुआ, जिसमें फ़ेडरेशन से जुड़े सभी शासकीय कर्मचारी अधिकारी संगठनों के पदाधिकारियों ने चार सूत्रीय मांगों के संबंध में अपनी अपनी बात रखते हुए राज्य सरकार की उदासीनता को प्रमुखता से रेखांकित किया। धरना स्थल पर पहली बार प्रोजेक्टर का इस्तेमाल करते हुए उन तमाम नेताओं के बयान की वीडियो क्लिप चलाई गई, जिन्होंने चुनाव में फ़ायदा लेने के लिए कर्मचारी अधिकारियों के वेतन भत्ते से जुड़ी मांगों को सत्ता में आते ही पूरा करने का वायदा किया था। इस हड़ताल के दौरान राज्य सरकार के कर्मचारी अधिकारियों के बीच सरकार के प्रति नाराज़गी का भाव साफ़ दिखाई दिया, जो कि अपने वाजिब हक़ और अधिकार के लिए रह रहकर उठते सामूहिक नारों के रूप में भी सामने आया।
छत्तीसगढ़ शासकीय कर्मचारी अधिकारी फ़ेडरेशन ने आम जनता को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखते हुए हमेशा अपना आंदोलन चरणबद्ध तरीक़े से किया है, इस बार भी तीन चरणों में फ़ेडरेशन ने अपने आंदोलन के जरिए सरकार को जगाने की कोशिश की, मगर जब सरकार के कानों में जूं नहीं रेंगी, तब चौथै चरण में एक दिन के लिए कलम बंद काम बंद हड़ताल की गई, अब भी सरकार कर्मचारी अधिकारियों के हक़ अधिकार से जुड़ी समस्याओं को हल करने में संवेदनशीलता नहीं दिखायेगी, तो मान के चला जाये कि फ़ेडरेशन का आंदोलन अनिश्चितकालीन हड़ताल की दिशा में बढ़ता जायेगा, अगर ऐसी परिस्थितियां बनती हैं, तो प्रदेश की सरकार और जनता के लिए परेशानी का सबब होगा।
शुक्रवार को हुई एकदिवसीय काम बंद कलम बंद हड़ताल में तृतीय वर्ग, चतुर्थ वर्ग, शिक्षक संघ, राजस्व आरआई पटवारी संघ, वन कर्मचारी संघ, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी संघ सहित तमाम शासकीय कर्मचारी अधिकारी संगठनों ने शामिल होकर फ़ेडरेशन की आवाज़ बुलंद की, वहीं न्यायिक कर्मचारी संघ ने हड़ताल को अपना नैतिक समर्थन दिया।