महिलाओं और बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बन रहा उत्साह भरा माहौल
शारदीय नवरात्रि में षष्ठी तिथी बंगाली रीति-रिवाजों और परंपराओं के मुताबिक़ दुर्गा पूजा के लिहाज़ से अहम मानी गई है, रायगढ़ में कार्यरत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे कर्मचारियों द्वारा रेलवे स्टेशन परिक्षेत्र में सार्वजनिक पूजा समिति के माध्यम से दुर्गा उत्सव का आयोजन किया जाता है, पिछले सालों की तरह इस साल भी रेलवे सार्वजनिक दुर्गा पूजा उत्सव की औपचारिक शुरुआत बीते मंगलवार की शाम रेल्वे के वरिष्ठ अधिकारियों, जिला पुलिस अधीक्षक और समिति पदाधिकारियों के हाथों संपन्न हुई, मंगलवार की शाम सार्वजनिक रेल्वे दुर्गा पूजा समिति के पंडाल में सभी आमंत्रित अतिथि पहुंचे, समिति की तरफ़ से उनका औपचारिक स्वागत किया गया, पिछले सालों की तरह इस साल भी रिबन काटकर उत्सव की शुरुआत की, सभी अतिथियों ने दुर्गा पंडाल पहुंचकर माता रानी की पूजा अर्चना की, षष्ठी तिथी के दिन से बंगाली परंपराओं के साथ दुर्गा पूजा का आयोजन गरिमामय माहौल के बीच शुरू हो गया है। चूंकि षष्ठी तिथि से रेलवे पंडाल में दुर्गा पूजा शुरू हो चुकी है, इसलिए बंगाली समाज से जुड़े बड़ी तादाद में लोग परिवार सहित हर साल की तरह इस साल भी पंडाल में पहुंच रहे हैं, इस बार भी रेलवे पूजा पंडाल में कलात्मक प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसका अवलोकन पूजा पंडाल में आने वाले तमाम लोग कर रहे हैं, तीन से चार दिनों तक चलने वाले इस भव्य पारंपरिक दुर्गा उत्सव में हर वर्ग के लिए अलग-अलग कैटेगरी की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई हैं, साथ ही कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया है, इन सभी आयोजनों में बंगाली समाज का हर वर्ग मातारानी के प्रति अटूट भक्ति और उमंग के साथ शामिल होता है। एक तरफ़ जहां दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे सार्वजनिक दुर्गा पूजा आयोजन समिति के अध्यक्ष सुखेंदु हाजरा सहित सभी पदाधिकारी समर्पित भाव से व्यवस्थाओं में जुटे हुए हैं, वहीं बच्चों ने भी ख़ुद को ज़िम्मेदारियों से जोड़ लिया है और अपनी अपनी क्षमता के मुताबिक़ व्यवस्था में सहयोग कर रहे हैं।
फोटो प्रदर्शनी और लाईव स्केच आर्ट को इस बार दुर्गा पूजा प्रदर्शनी में ख़ासतौर पर शामिल किया गया है। शहर के लाईव स्केच आर्टिस्ट सुशील पटेल द्वारा चित्रकार कैलीग्राफ़र मनोज श्रीवास्तव के सहयोग से यह प्रदर्शनी लगाई गई है, दुर्गा पंडाल आने वालों का पांच मिनट में लाईव स्केच बनाकर निःशुल्क दिया जा रहा है, इसलिए दुर्गा पूजा के पहले दिन से ही इस लाईव स्केच काऊंटर के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ने लगा है।
रेल्वे दुर्गा पूजा पंडाल में प्रवेश करते ही कोसमनारा में विराजे हठयोगी तपस्वी बाबा सत्यनारायण की झांकी तैयार की गई है, थर्मोकोल के जरिए बेहद कलात्मक तरीक़े से ध्यान-मग्न बाबा सत्यनारायण की हूबहू प्रतिमा बनाई गई है, जिसकी वजह से दुर्गा पंडाल में एक अलग ही ऊर्जा का आभास हो रहा है।